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India’s UPI Revolution: तेज़ डिजिटल भुगतान में भारत बना वैश्विक नेता, UPI हर महीने करता है 18 अरब ट्रांजैक्शन

IMF की रिपोर्ट में UPI को दुनिया का सबसे तेज़ डिजिटल भुगतान सिस्टम बताया गया है। भारत में हर महीने 18 अरब से ज़्यादा ट्रांजैक्शन हो रहे हैं, और अब UPI सात देशों में पहुंच चुका है।

India’s UPI Revolution Powers 50% Of World’s Digital Payments: भारत अब तेज़ डिजिटल भुगतान (Fast Payments) के क्षेत्र में पूरी दुनिया का नेता बन गया है, और इसका सबसे बड़ा श्रेय जाता है यूपीआई (Unified Payments Interface) को। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की रिपोर्ट के मुताबिक, UPI अब दुनिया का सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला रीयल टाइम पेमेंट सिस्टम बन चुका है।हर महीने 18 अरब ट्रांजैक्शन….

UPI के जरिए हर महीने 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शन किए जा रहे हैं। सिर्फ जून 2025 में ही UPI से ₹24.03 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 32% ज्यादा है।

UPI कैसे करता है काम?

2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा लॉन्च किया गया UPI, यूज़र्स को एक ही ऐप में कई बैंक खातों को लिंक करने और तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। इसकी खास बात है। 24×7 एक्सेस, सुरक्षा, और बिना बैंक डिटेल साझा किए सिर्फ UPI ID से भुगतान की सुविधा।491 मिलियन यूज़र्स और 65 मिलियन व्यापारी

आज UPI का इस्तेमाल 491 मिलियन व्यक्ति और 65 मिलियन व्यापारी कर रहे हैं। 675 से अधिक बैंक UPI से जुड़े हुए हैं। भारत के कुल डिजिटल पेमेंट्स का 85% हिस्सा UPI से हो रहा है। साथ ही, दुनिया भर के कुल रीयल टाइम डिजिटल ट्रांजैक्शन का 50% से ज्यादा भारत में होता है।

UPI की लोकप्रियता क्यों बढ़ी?

  • पहले पेमेंट ऐप्स सिर्फ अपने प्लेटफॉर्म तक सीमित होते थे, लेकिन UPI ने ओपन नेटवर्क के रूप में सभी ऐप और बैंकों को एक साथ जोड़ा।
  • सिर्फ UPI ID से लेनदेन संभव, बैंक डिटेल की ज़रूरत नहीं।
  • QR कोड से पेमेंट, 24×7 सपोर्ट, और ऐप के ज़रिए शिकायत दर्ज कराने की सुविधा।
  • गांवों और छोटे शहरों में भी छोटे व्यापारी अब बिना किसी लागत के डिजिटल पेमेंट ले पा रहे हैं।

UPI की सफलता के पीछे ये बुनियादी ढांचे हैं

  • जनधन योजना: 55.83 करोड़ बैंक खाते खुले।
  • आधार: 142 करोड़ से अधिक डिजिटल पहचान।
  • सस्ता डेटा: ₹308/GB (2014) से घटकर ₹9.34/GB (2022)।
  • 5G नेटवर्क: 4.74 लाख बेस स्टेशन और 116 करोड़ मोबाइल सब्सक्राइबर।

अब दुनिया में भी चल रहा है UPI

भारत का UPI अब 7 देशों में सक्रिय है। UAE, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस। फ्रांस, यूरोप का पहला देश बना जहाँ UPI सेवा शुरू हुई। अब भारत चाहता है कि इसे BRICS देशों में भी लागू किया जाए।

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