
लखनऊ। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में खेला जा रहा है, जहां पहले दिन टीम इंडिया ने कप्तान शुभमन गिल की शानदार शतकीय पारी की बदौलत मजबूत स्थिति बना ली है। मैच में एक तरफ जहां भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर खबर ली, वहीं दूसरी ओर इंग्लैंड टीम पर एजबेस्टन स्टेडियम में बाउंड्री छोटी करने जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं, जिससे क्रिकेट जगत में बहस छिड़ गई है।
गिल की कप्तानी पारी, टीम इंडिया की ठोस शुरुआत
मैच की शुरुआत इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले के साथ की। टीम इंडिया को सलामी बल्लेबाजों ने शानदार शुरुआत दिलाई, जिसमें यशस्वी जायसवाल ने 87 रनों की दमदार पारी खेली, वहीं कप्तान शुभमन गिल ने शानदार अंदाज में जिम्मेदारी निभाते हुए शतक जड़ा और दिन के अंत तक 114 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट पर 310 रन बना लिए थे। गिल के साथ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा 41 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। टीम के अन्य बल्लेबाजों की बात करें तो केएल राहुल बड़ी पारी खेलने में असफल रहे और महज 2 रन बनाकर पवेलियन लौटे। नंबर तीन पर आए करुण नायर ने 31 रनों की संयमित पारी खेली जबकि ऋषभ पंत ने 25 रन बनाए।
बाउंड्री को लेकर इंग्लैंड की ‘चीटिंग’?
पहले दिन के खेल में एक बड़ी चर्चा इंग्लैंड टीम की रणनीति को लेकर देखने को मिली। दरअसल, इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीवन फिन ने बीबीसी स्पोर्ट्स पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि एजबेस्टन स्टेडियम की बाउंड्री लाइन इस बार सामान्य से छोटी नजर आ रही है। उन्होंने मैदान में मौजूद बाउंड्री रोप के पास पहुंचकर खुद इसे दर्शाया और कहा कि छोटी बाउंड्री का फायदा इंग्लैंड टीम को चौथी पारी में टारगेट चेज करने में मिलेगा।
स्टीवन फिन के इस बयान के बाद क्रिकेट विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। माना जा रहा है कि इंग्लैंड टीम ने आक्रामक खेल की रणनीति के तहत मैदान की बाउंड्री को जानबूझकर छोटा करवाया ताकि वे लक्ष्य का पीछा आसान बना सकें। क्रिकेट इतिहास में इस तरह की रणनीति को ‘होम एडवांटेज’ का नाम दिया जाता रहा है, लेकिन यदि यह सच साबित होता है, तो इसे खेल भावना के विरुद्ध माना जाएगा।
तीन बड़े बदलावों के साथ उतरी टीम इंडिया
भारत ने इस टेस्ट मुकाबले में तीन बड़े बदलाव किए हैं। केएल राहुल को एक और मौका दिया गया, लेकिन उनका बल्ला खामोश रहा। टीम में करुण नायर को भी मौका मिला, जिन्होंने कुछ हद तक रन जोड़े। इसके अलावा गेंदबाजी विभाग में बदलाव किए गए हैं, जिनका प्रभाव दूसरी पारी में देखने को मिलेगा।









