
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को बिहार में एक जनसभा के दौरान आतंकवाद पर भारत के रुख को बेहद स्पष्ट शब्दों में रखा। आमतौर पर घरेलू मंचों पर हिंदी में बोलने वाले पीएम मोदी ने इस बार एक खास संदेश अंग्रेज़ी में दिया — “India will identify, track and punish every terrorist and their backers. We will pursue them to the ends of the earth…”।
इस बयान की भाषा और स्वर दोनों ही संकेत थे कि भारत इस बार सिर्फ अपने पड़ोसी को नहीं, बल्कि दुनिया भर को यह बताना चाहता है कि अब आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति और कार्रवाई दोनों निर्णायक होंगी। यह संदेश 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के जवाब में आया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।
✈️ ऑपरेशन सिंदूर, भारत की निर्णायक कार्रवाई
6-7 मई की रात, पहलगाम हमले के दो हफ्ते बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया —
9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई
इन ठिकानों पर UN द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैसे लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिज्बुल मुजाहिदीन (HIM) की मौजूदगी थी
5 ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POJK) में और 4 पंजाब प्रांत (पाकिस्तान का मुख्य भूभाग) में स्थित थे
भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई “सटीक, मापी हुई और गैर-उत्तेजक (non-escalatory)” थी और किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया था
🛡️ भारत का संदेश साफ
भारत ने यह भी साफ किया कि अगर पाकिस्तान की सेना की ओर से भारत पर कोई हमला किया गया, तो उसका उचित और निर्णायक जवाब दिया जाएगा। पीएम मोदी का यह बयान और इसके बाद की कार्रवाई यह दर्शाते हैं कि भारत अब आतंकवाद को राजनीतिक बयानबाज़ी से नहीं, सैन्य नीति से जवाब देने के रास्ते पर है।









