दिसंबर 2023 तक भारतीय रेलवे 100 फीसद हरित रेलवे प्रणाली से होगी लैस, सात साल पहले ही पूरा हो जायेगा विद्युतीकरण का लक्ष्य…

भारतीय रेलवे ने पहले 2030 तक दुनिया की पहली 100 प्रतिशत हरित रेलवे प्रणाली बनने की योजना का प्रस्ताव रखा था। उसी के तहत अब रेलवे ने दिसंबर 2023 तक अपने सभी मार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है।

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021-22 को पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि सरकार भारतीय रेलवे का तेजी से आधुनिकीकरण कर रही है। पिछले सात वर्षों में 24 हजार किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण किया गया है।1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चालू बजट सत्र में वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इससे पहले संसद के संयुक्त सत्र अधिवेशन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देश में विकास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।

कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्रीय बजट में 7,000 किलोमीटर के रिकॉर्ड रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का प्रस्ताव दिया जा सकता है। केंद्रीय बजट में, केंद्र वित्त वर्ष 22-23 में विद्युतीकरण के लिए करीब 10,000 करोड़ रुपये आवंटित होने की सम्भावना है। पिछले साल, सरकार ने बजट में रेलवे के विद्युतीकरण परियोजनाओं के लिए 7,452 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। इस क्रम में साल 2023 के अंत भारतीय रेलवे ब्रॉड-गेज रेलवे लाइनों के पूर्ण विद्युतीकरण के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।

भारतीय रेलवे ने पहले 2030 तक दुनिया की पहली 100 प्रतिशत हरित रेलवे प्रणाली बनने की योजना का प्रस्ताव रखा था। उसी के तहत अब रेलवे ने दिसंबर 2023 तक अपने सभी मार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। जैसा कि राष्ट्रपति कोविंद ने उल्लेख किया है, पहले ही 24,000 किमी का विद्युतीकरण किया जा चुका है और इस साल 7,000 किमी ब्रॉड-गेज रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण होने की उम्मीद है।

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