
नई दिल्ली: वैश्विक ट्रैवल ऐप Skyscanner ने अपनी नई Cultural Tourism Report जारी की है, जिसमें भारतीय यात्रियों की पसंद में बड़ा बदलाव सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, अब भारतीय यात्री केवल घूमने-फिरने पर नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और लग्ज़री के मिश्रण वाले अनुभवों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
अध्ययन में खुलासा हुआ है कि 82% भारतीय यात्री 2025 में अपनी यात्राओं की योजना उस क्षेत्र की सांस्कृतिक विशेषताओं के आधार पर बनाएंगे। खास बात यह है कि यह बदलाव युवाओं द्वारा संचालित हो रहा है—84% मिलेनियल्स और 80% जेन Z यात्री सांस्कृतिक अनुभवों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
उत्सवों पर आधारित यात्रा योजनाएँ
रिपोर्ट बताती है कि 76% भारतीय अपने सफर की योजना प्रमुख त्योहारों के आसपास बना रहे हैं। वहीं, 93% यात्री अब कम-प्रसिद्ध सांस्कृतिक स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं ताकि असली परंपराओं का अनुभव कर सकें।
इतिहास और धरोहर की ओर आकर्षण भी बढ़ा है—53% यात्री जयपुर और वाराणसी जैसे ऐतिहासिक शहरों की ओर खिंचे चले जा रहे हैं। Skyscanner के टूल्स जैसे “Explore Everywhere” और सांस्कृतिक ट्रेल्स की मदद से 39% यात्री यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों (जैसे ताजमहल और हम्पी) को प्राथमिकता दे रहे हैं। खासतौर पर वाराणसी की लोकप्रियता में इस साल पिछले साल की तुलना में 76% बढ़ोतरी हुई है।
भारत के प्रमुख सांस्कृतिक गंतव्य
- कोलकाता (दुर्गा पूजा): विशाल पंडाल, कला प्रदर्शनी, संगीत और नृत्य से सजी गलियां, रातभर जगमगाता शहर।
- बरसाना (होली): लठमार होली का अनूठा उत्सव, रंगों और ठहाकों से भरा अद्भुत अनुभव।
- केरल (ओणम): फूलों की सजावट, केले के पत्तों पर परोसा भोज और नौका दौड़ इस उत्सव को खास बनाते हैं।
- जयपुर: महलों, किलों और हस्तशिल्प से सजी “पिंक सिटी” का राजसी आकर्षण।
- वाराणसी: गंगा किनारे आरती, प्राचीन मंदिर और हजारों साल पुरानी परंपराओं का अद्वितीय संगम।
- आगरा: ताजमहल के साथ-साथ मुगलकालीन किले, मकबरे और जीवंत बाज़ार।
- हम्पी: विजयनगर साम्राज्य की धरोहर, मंदिरों और खंडहरों से भरा यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज स्थल।
यात्रियों की नई प्राथमिकताएँ
- सुरक्षा – 45%
- प्रामाणिकता – 33%
- मौसमी अनुभव – 31%
इसके अलावा, 40% यात्री हेरिटेज विलेज और इको-कल्चरल कम्युनिटी देखने के इच्छुक हैं, जबकि 38% यात्री ऐतिहासिक व्यंजनों का स्वाद लेना चाहते हैं।
सोशल मीडिया का भी बड़ा प्रभाव है—45% यात्री इंस्टाग्राम-रील्स और अन्य सोशल मीडिया से प्रेरित, 39% दोस्तों व परिवार से और 27% ट्रैवल ऐप्स के माध्यम से अपनी यात्रा योजनाएँ बना रहे हैं। वहीं, 41% यात्री 1–2 महीने पहले ही अपनी यात्रा की तैयारी शुरू कर देते हैं।









