
नई दिल्ली: सितंबर में भारत का पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन (mbd) तक पहुंच गया, जो अगस्त में 2.1 mbd था, जबकि वार्षिक आधार पर यह 4% घटकर पिछले साल 2.3 mbd रहा, Kpler के आंकड़ों के अनुसार।
मुख्य वैश्विक बाजारों से बढ़ती मांग के चलते UAE, नीदरलैंड्स और ब्राजील देश के रिफाइंड ऑयल उत्पादों के शीर्ष गंतव्य बने। UAE को निर्यात 201,000 bpd तक बढ़ा, जो अगस्त में 140,000 bpd था। नीदरलैंड्स को निर्यात 33,000 bpd से बढ़कर 131,000 bpd हो गया, यानी 296% की वृद्धि। ब्राजील को निर्यात भी 40,000 bpd से बढ़कर 98,000 bpd तक पहुंचा।
Kpler के लीड रिसर्च एनालिस्ट सुमित रितोलिया ने कहा कि यूरोपीय खरीदार जनवरी 2026 के संभावित प्रतिबंधों को देखते हुए Q4 में भारतीय गैसोइल और जेट फ्यूल की खरीद बढ़ा सकते हैं। साथ ही, मध्य पूर्व के रिफाइनरी रख-रखाव की वजह से भी भारत से निर्यात मजबूत बना रहेगा।
कुल निर्यात में निजी क्षेत्र की रिफाइनरियों का योगदान 1.3 mbd रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज की जामनगर रिफाइनरी ने सितंबर में 1.2 mbd पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात किए, जो अगस्त की तुलना में 12% अधिक हैं। वहीं, नायरा एनर्जी की वडिनार रिफाइनरी ने 134,000 bpd निर्यात किए, जो अगस्त के 149,000 bpd से कम है, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बीच।









