
FY25 में रक्षा उत्पादन में 15% की बढ़ोतरी, निर्यात में भी रिकॉर्ड बढ़त
वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में भारत का वार्षिक रक्षा उत्पादन ₹1.46 लाख करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यह FY24 के ₹1.27 लाख करोड़ के मुकाबले लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि है।
रक्षा निर्यात ₹24,000 करोड़ के पार, 100 देशों में हो रही आपूर्ति
FY25 में रक्षा निर्यात ₹24,000 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया, जो पिछले वर्ष के ₹21,083 करोड़ की तुलना में लगभग 14 प्रतिशत की वृद्धि है। सिंह ने बताया कि भारत अब लगभग 100 देशों को हथियार, सिस्टम, कंपोनेंट्स और सेवाएं निर्यात कर रहा है।
निजी क्षेत्र का योगदान ₹32,000 करोड़ के पार, AMCA प्रोजेक्ट में पहली बार साझेदारी
रक्षा मंत्री ने बताया कि निजी क्षेत्र ने FY25 में ₹32,000 करोड़ से अधिक का योगदान दिया है, जो कुल उत्पादन का लगभग 22% है। FY24 में यह आंकड़ा 20.8% था। सिंह ने बताया कि पहली बार निजी क्षेत्र को एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) परियोजना में सार्वजनिक क्षेत्र के साथ भागीदारी का मौका मिलेगा।
ऑपरेशन सिंदूर में ‘मेक इन इंडिया’ की भूमिका
रक्षा मंत्री ने 7 से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि “मेक इन इंडिया” की वजह से भारत आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर सका। उन्होंने कहा, “हमने आतंकवादी ठिकानों के साथ-साथ सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया। हमने संयम और ताकत का शानदार उदाहरण पेश किया।”
रक्षा सचिव बोले: ‘आपको ऑर्डर से दबा देंगे’
इवेंट में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने निजी क्षेत्र को आश्वस्त किया कि सरकार अब उन्हें भी वैसा ही समर्थन देगी जैसा अब तक सार्वजनिक क्षेत्र को देती रही है। उन्होंने बताया कि FY25 में पहली बार रक्षा आधुनिकीकरण बजट पूरी तरह खर्च हो गया और ₹2 लाख करोड़ के रक्षा अनुबंध साइन किए गए, जो FY24 के ₹1 लाख करोड़ से दोगुना है।









