भारत का सपना हुआ सच, अब देश में ही बनेंगे सैन्य मिलिट्री एयरक्राफ्ट

भारत का देश में सैन्य विमान बनाने का सपना अब सच होने जा रहा है, क्योंकि वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) की नई फैक्ट्री शुरू होने वाली है

भारत का देश में सैन्य विमान बनाने का सपना अब सच होने जा रहा है, क्योंकि वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) की नई फैक्ट्री शुरू होने वाली है, जहां बड़े सैन्य विमान बनाए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ 28 अक्टूबर को इसका उद्घाटन करेंगे।

ये फैक्ट्री 2.5 बिलियन डॉलर (21,000 करोड़ रुपये) के एक समझौते का हिस्सा है, जिसके तहत भारत एयरबस डिफेंस एंड स्पेस से 56 C-295 सैन्य विमान खरीदेगा। ये C-295 विमान 71 सैनिकों या 50 पैराट्रूपर्स को ले जा सकते हैं और चिकित्सा निकासी के लिए भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।

पहले 16 विमान स्पेन में बनाए जाएंगे, और बाकी भारत में TASL द्वारा बनाए जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 30 अक्टूबर, 2022 को इस विमान निर्माण सुविधा की आधारशिला रखी थी। विमान के इंजन और अन्य जरूरी मशीनरी स्पेन से आयात किए जाएंगे, जबकि विमान के मुख्य हिस्से हैदराबाद में बनाए जाएंगे। वडोदरा में ये विमान उड़ान के लिए तैयार किए जाएंगे।

पहला ‘मेड इन इंडिया’ C-295 मीडियम-लिफ्ट टैक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सितंबर 2026 तक वडोदरा में तैयार होगा, और अंतिम विमान अगस्त 2031 तक भारतीय वायुसेना को मिलेगा। यह नई सुविधा भारतीय वायुसेना के लिए 56 विमानों की रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) सहायता भी प्रदान करेगी।

एयरबस के पास 41 देशों से 283 ऑर्डर हैं, और C-295 अपने क्षेत्र में सबसे अच्छा माना जाता है। एयरबस ने सितंबर 2023 में भारत को पहला C-295 दिया और दूसरा विमान मई 2024 में सौंपा। स्पेन में उसी प्लांट से 14 और विमान बनाए जा रहे हैं, और हर महीने एक विमान अगस्त 2025 तक दिया जाएगा। भारतीय वायुसेना 1960 के दशक से ब्रिटेन में बने HS748 विमान का इस्तेमाल कर रही है, और C-295 इन पुराने विमानों की जगह लेगा।

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