
आर्थिक वृद्धि का अनुमान
मूडीज रेटिंग्स ने बुधवार को कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि 2025-26 में 6.5% से अधिक रह सकती है, जो इस वर्ष के 6.3% से अधिक होगी। यह वृद्धि सरकार के पूंजीगत व्यय (capex), कर कटौती और ब्याज दरों में कमी से होने वाले उपभोग वृद्धि के कारण होगी।
बैंकिंग सेक्टर की स्थिरता
मूडीज ने भारत के बैंकिंग सेक्टर को स्थिर परिदृश्य दिया है। हालांकि, हाल के वर्षों में संपत्ति की गुणवत्ता (asset quality) में सुधार हुआ है, लेकिन अगले वित्तीय वर्ष में असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण, माइक्रोफाइनेंस और छोटे व्यवसायों के ऋणों में कुछ तनाव देखा जा सकता है।
मुद्रास्फीति और ब्याज दरें
मूडीज ने अनुमान लगाया कि मुद्रास्फीति 2025-26 में घटकर 4.5% रह सकती है, जो पिछले वर्ष 4.8% थी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फरवरी 2025 में अपनी नीतिगत दर 6.25% कर दी, और आगे भी मामूली कटौती की संभावना जताई है।
GDP ग्रोथ और बैंक ऋण प्रवाह
सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्तीय वर्ष में 6.3% से 6.8% की वृद्धि का अनुमान है। मूडीज ने कहा कि संपूर्ण बैंक ऋण वृद्धि 2025-26 में 11-13% तक रह सकती है, जो मार्च 2022-मार्च 2024 के औसत 17% से कम होगी।
वैश्विक अनिश्चितताओं का प्रभाव
मूडीज ने कहा कि अमेरिका की व्यापार नीतियों और मुद्रा बाजार में अस्थिरता को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक सतर्क रुख अपनाएगा और ब्याज दरों में केवल मामूली कटौती करेगा।