
उत्तर प्रदेश शिक्षा और तकनीकी विकास के क्षेत्र में नया इतिहास रचने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज उन्नाव जिले में भारत के पहले AI-ऑगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय का उद्घाटन करेंगे। यह विश्वविद्यालय चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का एक नया परिसर है, जिसे लखनऊ-कानपुर हाईवे पर एक अत्याधुनिक और हाई-टेक कैंपस के रूप में विकसित किया गया है।
इस विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां के सभी शैक्षणिक कोर्सेज AI टेक्नोलॉजी के साथ संचालित होंगे। इसका उद्देश्य छात्रों को वैश्विक स्तर की तैयारी देना और उन्हें भविष्य की टेक्नोलॉजी में दक्ष बनाना है। यह न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए एक बड़ा शैक्षिक और तकनीकी मील का पत्थर साबित होगा।
प्रदेश सरकार ने हाल के वर्षों में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक निवेश और विकास किया है। योगी सरकार के कार्यकाल में अब तक 20 निजी और 8 सरकारी विश्वविद्यालय स्थापित किए जा चुके हैं। यह संख्या बताती है कि राज्य अब तेजी से एक राष्ट्रीय एजुकेशन हब बनने की दिशा में अग्रसर है।
नए विश्वविद्यालय में न केवल इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट और साइंस जैसे पारंपरिक विषय पढ़ाए जाएंगे, बल्कि डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी और इनोवेशन-ड्रिवन स्टार्टअप प्रोग्राम्स पर भी फोकस रहेगा। इससे छात्रों की नवाचार क्षमता को बल मिलेगा और स्टार्टअप संस्कृति को नई दिशा मिलेगी।
योगी सरकार का स्पष्ट संकल्प है कि छात्रों को सरल, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जाए। यही वजह है कि नए विश्वविद्यालय में अत्याधुनिक सुविधाएं, अनुभवी फैकल्टी और इंडस्ट्री-कनेक्ट पाठ्यक्रमों को महत्व दिया गया है।
इस पहल के माध्यम से उत्तर प्रदेश देशभर के छात्रों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनेगा। तकनीकी शिक्षा को नया रूप और गति देने वाले इस प्रोजेक्ट से प्रदेश में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवा सीधे तौर पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवसरों से जुड़ सकेंगे।









