
भारत में निवेश के लिए उदारीकृत नीति की पेशकश
भारत की विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) नीति, जिसमें स्थिरता और भविष्यवाणी का स्पष्ट संकेत मिलता है, वैश्विक निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत करती है। डेलॉयट इंडिया ने रविवार को यह कहा कि भारत की बड़ी और बढ़ती अर्थव्यवस्था में निवेश करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अवसर उपलब्ध हैं।
प्रमुख क्षेत्रों में FDI आकर्षण
भारत ने फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल, और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में FDI को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह न केवल रोजगार और निर्यात के इंजन के रूप में काम करता है, बल्कि नवाचार में भी योगदान देता है, जो भारत की विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है।
पर्यटन और अस्पतालों में 100 प्रतिशत FDI
भारत ने स्वचालित मार्ग के तहत अधिकांश क्षेत्रों में 100 प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति दी है। इसमें प्रमुख क्षेत्र जैसे बीमा, पर्यटन निर्माण, अस्पताल और चिकित्सा उपकरण शामिल हैं। इससे भारत का वैश्विक निवेशक समुदाय में विश्वास और स्थिरता बढ़ी है।
वैश्विक व्यापार में भारत की भूमिका को मिलेगा बल
भारत ने कई देशों के साथ व्यापार समझौतों की दिशा में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाएं समाप्त हो रही हैं और ‘मेक इन इंडिया’ को मजबूती मिल रही है।









