2030 तक भारत का क्विक कॉमर्स बाजार होगा 57 अरब डॉलर का, मेट्रो से परे मांग में तेजी : मॉर्गन स्टेनली

नई दिल्ली। भारत में क्विक कॉमर्स (तेज डिलीवरी सेवाएं) बाजार 2030 तक 57 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। यह अनुमान वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने जताया है। कंपनी ने अपने पुराने 42 अरब डॉलर के अनुमान को संशोधित करते हुए कहा कि देश में मेट्रो शहरों से आगे भी तेजी से इस सेवा की मांग बढ़ रही है, जिससे यह बाजार उम्मीद से कहीं तेज रफ्तार से बढ़ रहा है।

मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, तेजी से बढ़ती डिमांड और अधिक शहरों में पहुंच के चलते Zomato की पेरेंट कंपनी Eternal को इसका सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है। Eternal की क्विक कॉमर्स शाखा Blinkit इस क्षेत्र में अग्रणी है और मजबूत स्थिति में बनी हुई है।

ब्लिंकिट बना ग्रोथ का इंजन

मॉर्गन स्टेनली ने FY26 से FY28 तक के लिए क्विक कॉमर्स के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) के अनुमान में 9–11% की बढ़ोतरी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, FY25 की चौथी तिमाही में एडजस्टेड EBITDA लॉस मार्जिन चरम पर पहुंच सकता है, लेकिन इसके बाद लाभ की दिशा में प्रगति जारी रहेगी। इस नए अनुमान में न सिर्फ डिमांड का असर दिखता है, बल्कि बाजार का ढांचा भी व्यापक हो रहा है — यानी अब ज्यादा शहरों में, ज्यादा उपभोक्ता क्विक डिलीवरी सेवाएं ले रहे हैं।

सेक्टर में प्रतिस्पर्धा भी है तेज

हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लंबे समय में ग्रोथ बनाए रखना कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। Blume Ventures की Indus Valley 2025 रिपोर्ट के अनुसार, क्विक कॉमर्स सेक्टर को TAM की सीमा, MTU ग्रोथ में गिरावट और ई-कॉमर्स कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। इसके बावजूद Blinkit, Instamart, Zepto और Flipkart Minutes जैसी कंपनियां तेज विस्तार कर रही हैं और देशभर में डार्क स्टोर्स खोल रही हैं ताकि बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाई जा सके।

मार्च 2025 में Eternal के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा था कि क्विक कॉमर्स कंपनियां हर तिमाही में करीब ₹5,000 करोड़ जला रही हैं, जिनमें अकेले Zepto का योगदान आधे से भी ज्यादा है। Motilal Oswal की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Blinkit की मार्केट हिस्सेदारी 46% है, जबकि Zepto 29% और Swiggy Instamart 25% के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं।

फूड डिलीवरी मार्केट में भी लौट रही है रफ्तार

भारत में फूड डिलीवरी बाजार भी अब रिकवरी के संकेत दे रहा है। मॉर्गन स्टेनली ने भले ही GOV अनुमानों में बदलाव नहीं किया है, लेकिन मार्जिन को लेकर उम्मीदें बढ़ा दी हैं। बेहतर मोनेटाइजेशन और लागत नियंत्रण के चलते मार्जिन में सुधार की संभावना है। फिलहाल भारत में फूड डिलीवरी की पैठ सिर्फ 14% है, जबकि अमेरिका और चीन में यह 19–21% के आसपास है। इस लिहाज से भारत में इस क्षेत्र में ग्रोथ की काफी संभावना है। Eternal इस सेगमेंट में भी मजबूत पकड़ बनाए हुए है। हालांकि, बीते कुछ तिमाहियों में Swiggy और Zomato जैसी कंपनियों को नई जगहों पर विस्तार और नए ग्राहकों को जोड़ने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।

ड्युअल लीडरशिप से बढ़त में Eternal

क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी — दोनों क्षेत्रों में लीडरशिप होने के कारण Eternal को दोहरा लाभ मिलने की संभावना है। मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट और यूनिट इकॉनॉमिक्स पर फोकस से उसे भविष्य में काफी बढ़त मिल सकती है। ब्रोकरेज ने कहा कि यदि क्विक कॉमर्स GOV में ग्रोथ जारी रही, फूड डिलीवरी मार्जिन में सुधार हुआ और प्रतिस्पर्धा नियंत्रित रही तो इस पूरे सेक्टर का दोबारा वैल्यूएशन सुधर सकता है।

Related Articles

Back to top button