
लखनऊ में CBI ने एक बड़े इंटरनेशनल साइबर गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो अमेरिकी नागरिकों को ठगने के लिए अवैध कॉल सेंटर चला रहा था। CBI की इस कार्रवाई के तहत मुख्य संचालक विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया, और उनके कब्जे से ₹14 लाख कैश, दर्जनों मोबाइल, दस्तावेज़ और 52 लैपटॉप जब्त किए गए।
CBI ने US एजेंसियों की इंटेल पर की कार्रवाई
इस गैंग को US एजेंसियों की इंटेल पर CBI ने ध्वस्त किया। यह साइबर नेटवर्क लखनऊ से ऑपरेट हो रहा था, और इसके द्वारा पुणे, हैदराबाद, विशाखापट्टनम में भी कॉल सेंटर चलाए जा रहे थे। इस गिरोह का उद्देश्य अमेरिकी नागरिकों को ठगना और धोखाधड़ी से पैसे निकालना था।

डार्क-वेब आधारित ठगी का बड़ा खेल
साइबर ठगी, रिश्वत और डार्क-वेब आधारित स्कैम का यह बड़ा नेटवर्क था। US Embassy India ने भी CBI की कार्रवाई की सराहना की, और कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर इंटरनेशनल साइबर नेटवर्क को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं।

CBI की तेज़ कार्रवाई में गैंग ध्वस्त
CBI की यह तेज़ कार्रवाई एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, और जांच अभी जारी है। यह ऑपरेशन ट्रांसनेशनल सिंडिकेट के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत से लेकर अमेरिका तक साइबर अपराधों को अंजाम दे रहा था।









