
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में प्रतिबंधित कप सिरप की सप्लाई के मामले में SIT की जांच तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश की STF की टीम ने प्रतिबंधित कप सिरप के सरगना शुभम जायसवाल के बिजनेस पार्टनर और गुरु कहे जाने वाले अमित सिंह टाटा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दिया है। नशे के इस पूरे कारोबार का मास्टर माइंड शुभम जायसवाल और उसके पिता भोला प्रसाद जायसवाल अभी भी फरार चल रहे है। सोनभद्र, गाजियाबाद के बाद वाराणसी में दर्ज मुकदमे में गठित हुई एसआईटी की टीम को कई अहम सुराग भी मिले, जबकि वाराणसी में हो रही कार्रवाई के बीच प्रदेश के कई जनपदों से प्रतिबंधित कप सिरप का खेप बरामद किया गया है।

जांच के दायरे में कई ड्रग अधिकारी, विभाग ने भेजे 11 फर्मों को नोटिस….
प्रतिबंधित कप सिरप के मामले की जांच के दौरान 28 फर्मों के खिलाफ वाराणसी के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। सरगना शुभम जायसवाल के झारखंड स्थित जिस शैली फार्म से प्रतिबंधित कप सिरप की बिलिंग वाराणसी के फर्मों के नाम पर की गई उसमें भी बड़ा खेल उजागर हुआ। जांच के दौरान इन 28 फर्मों में से 11 फर्मों के पते पर फर्म नहीं मिले। फर्मों के पते पर अधिकारियों के पहुंचने पर कही नमकीन की दुकान, तो कही सब्जी की दुकान मिले। इन 11 फर्मों को चिह्नित करते हुए ड्रग विभाग ने उन फर्म के संचालकों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। वही गलत पते पर फर्म और उनके नाम पर हुए प्रतिबंधित कप सिरप की बिलिंग किए जाने पर ड्रग विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल खड़े होने लगे है। वही इस पूरे प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी के बाद कांग्रेस पार्टी भी खुलकर सामने आ गई है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने ड्रग अधिकारी नरेश मोहन को बताया मास्टर माइंड, विभाग में मचा हड़कंप
वाराणसी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, बंगाल सहित कई राज्य और बांग्लादेश तक फैले नशे में प्रयुक्त होने वाले प्रतिबंधित कप सिरप मामले को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए है। अजय राय ने वर्तमान में बस्ती जनपद में तैनात ड्रग अधिकारी नरेश मोहन को इस पूरे सिंडिकेट का मास्टर माइंड बताया है। अजय राय ने कहा कि जब नरेश मोहन वाराणसी में ड्रग अधिकारी थे, तो बना भौतिक निरीक्षण किए दवा फर्मों के लाइसेंस बांटे गए और अब जब जांच हो रही है तो सच्चाई सामने आ रही है। नरेश मोहन इस पूरे सिंडिकेट का मास्टर माइंड है और उसके साथ सत्ता के नजदीकी रखने वाले कई नेता भी शामिल है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के द्वारा सीधे तौर पर आरोप लगाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश ड्रग विभाग ने हड़कंप मचा हुआ है।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल









