
नई दिल्ली। भारत में खनन क्षेत्र से जुड़ी ताजा सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-मई 2025 के दौरान लौह अयस्क और गैर-लौह धातुओं (नॉन-फेरस मेटल्स) के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। खनन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, लौह अयस्क (Iron Ore) का उत्पादन इस अवधि में 0.6% बढ़कर 53 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 52.7 MMT था। पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) के दौरान भारत में कुल लौह अयस्क उत्पादन 289 MMT रहा।
अन्य खनिजों का प्रदर्शन (अप्रैल-मई FY26 बनाम पिछले वर्ष):
मैंगनीज़ अयस्क: 1.4% वृद्धि के साथ 0.70 MMT, बॉक्साइट: 0.9% बढ़कर 4.73 MMT, जिंक कंसन्ट्रेट: 3.7% की बढ़त के साथ 0.29 MMT, चूना पत्थर (Limestone): 1.6% बढ़कर 81.40 MMT रहा है।
नॉन-फेरस मेटल्स में भी उत्पादन में तेजी
गैर-लौह धातुओं के क्षेत्र में भी सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई इसमें प्राइमरी एल्युमिनियम उत्पादन: 1.3% बढ़कर 7.07 लाख टन पहुंचा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 6.98 लाख टन था। कॉपर उत्पादन: 43.5% की जबरदस्त वृद्धि के साथ 0.99 लाख टन तक पहुंचा। खनन मंत्रालय के ताजा आंकड़े भारत के खनिज और धातु उत्पादन में संतुलित और सकारात्मक वृद्धि को दर्शाते हैं। लौह अयस्क और एल्यूमिनियम जैसे कोर सेक्टर उत्पादों में वृद्धि, सरकार की उद्योग व उत्पादन केंद्रित नीतियों की सफलता का संकेत देती है। साथ ही, कॉपर उत्पादन में आई तेज़ वृद्धि विद्युत और निर्माण क्षेत्रों की मांग को भी रेखांकित करती है।









