कहीं भारत बंद के पीछे रची तो नहीं जा रही कोई साजिश, क्या है इसके पीछे की असली वजह !

SC-ST को लेकर सब-कटेगरी बनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सियासी संघर्ष तेज हो गया है।

SC-ST को लेकर सब-कटेगरी बनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सियासी संघर्ष तेज हो गया है। वरिष्ठ अदालत के इस फैसले के खिलाफ कल यानी बुधवार 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान कर दिया गया है, इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी ये मामला काफी गरम हो चुका है। सोशल मीडिया पर भी ये मुद्दा काफी ट्रेंडिंग रहा था। बता दें कि बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती से लेकर सांसद चंद्रशेखर सहित तमाम दलित सियासी पार्टियां और सामाजिक संगठनों ने 21 अगस्त को इस बंद के समर्थन में करीब 6 साल बाद एक बार फिर अपनी हरकत तेज कर दी है। ये बंद भी इस कड़ी की ही शुरुआत है।

कौन है भारत बंद का कर्ता-धर्ता ?

भारत बंद को लेकर जहां एक तरफ सियासत चल रही, तो वहीं दूसरी ओर सवाल ये भी है कि इस बंद के पीछे का कर्ता-धर्ता कौन है। ये बात जानना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बंद बुलाया गया है और अब इस बंद का हिस्सा बसपा सुप्रीमो मायावती और सासंद चंद्रशेखर सहित तमाम बड़े दलित नेता है। दरअसल बात ये है कि जैसे ही सोशल मीडिया पर #reservationsave ट्रेंड करने लगा था। इसी पर आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने इसी मुद्दे पर राजनीतिक गलियारों में आरक्षण की आग लगाना शुरू कर दिया। भीम सेना के प्रमुख सतपाल तंवर ने एक फेसबुक लाइव किया उसी के बाद एक लोकल दलित नेता ने इस मुद्दे को लेकर पूरे भारत में 21 तारीख को बंद बुलाया जिसके चलते इसके बाद धीरे-धीरे ऐसा माहौल बन गया कि 21 तारीख को भारत बंद रहेगा।

साल 2018 में भी हो चुका है भारत बंद

इससे पहले साल 2018 में भी भारत बंद हुआ था। करीब 6 साल पहले एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था जिसपर भीम सेना ने भारत बंद की घोषणा की थी। 2 अप्रैल 2018 के भारत बंद किया था और अब दोबारा एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ भारत बंद की घोषणा की गई है।

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