
इजरायली सेना ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा कि फिलिस्तीनी सुन्नी-इस्लामी कट्टरपंथी संगठन हमास ने गाजा पट्टी की और से एक रॉकेट दागा था जो मध्य इजरायल से होते हुए भूमध्य सागर में गिरा। सेना ने आगे कहा कि इस रॉकेट के दागे जाने पर यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि यह हमला इजरायल को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया था या नहीं, लेकिन आमतौर पर गाजा स्थित आतंकवादी समूह हमास अक्सर समुद्र की ओर इस तरह के मिसाइलों का परीक्षण करता है जो इजरायल एक उकसावे की कार्रवाई मानता हैं।
इजरायली सेना ने यह भी जानकारी दी कि हमास द्वारा दागे गए मिसाइल से अब तक किसी किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। इजरायली सेना ने अपने एक आधिकारिक बयान में कहा कि रॉकेट तेल अवीव मेट्रोपॉलिटन शहरों से लगे समुद्र तट में गिरे जिसजिसमें अब तक किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। इजरायली सेना ने अपने बयान में आगे जोड़ा कि “प्रोटोकॉल के मुताबिक, इस हमले के दौरान कोई सायरन नहीं बजाया गया और ना ही इसके खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई की गई।
बता दें कि, गाजा पट्टी और इजरायल के बीच मई 2021 में 11 दिनों तक विध्वंशक लड़ाई चली थी और इसमें युद्ध में इजरायल ने गाजा पट्टी को बुरी तरह से क्षति पहुंचाई थी। साथ ही इजरायल के इस हमले में कट्टरवादी इस्लामिक संगठन हमास के भी कई टॉप कमांडर मार दिए गए। 11 दिनों तक चलने वाली इस लड़ाई के बाद इजरायल ने खुद हमले रोक दिए थे, लेकिन आये दिन हमास शासित गाजा पट्टी द्वारा इजरायल को युद्ध के लिए उकसाने हेतु ऐसे प्रयास लगातार किये जाते हैं।