“महिलाओं को बदनाम करना गलत”… महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी ने सोनम रघुवंशी और मुस्कान मेरठ केस में की कड़ी कार्रवाई की मांग

"अरेंज मैरिज बेहतर विकल्प है, क्योंकि इसमें परिजन जाति और सामाजिक स्थिति को ध्यान में रखकर रिश्ता तय करते हैं, जिससे जीवन में स्थिरता आती है। लव मैरिज में असमानता के कारण अक्सर लड़कियों को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ता है।

बागपत: राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने बागपत पहुंचकर सोनम रघुवंशी और मुस्कान मेरठ केस में सख्त रुख अपनाते हुए आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि इन दो घटनाओं को आधार बनाकर पूरे महिला समाज को निशाना बनाना और बदनाम करना गलत है। मीनाक्षी भराला ने मीडिया और सोशल मीडिया पर पुरुष समाज द्वारा इन घटनाओं को मुद्दा बनाकर महिलाओं के खिलाफ माहौल बनाने की निंदा की।

उन्होंने कहा, “महिलाओं से कहीं ज्यादा पुरुष समाज अपराध करता है। शराब पीकर मारपीट, रेप और महिला उत्पीड़न जैसी गंभीर घटनाएं पुरुषों द्वारा रोज अंजाम दी जाती हैं, लेकिन मीडिया इन्हें उतना तूल नहीं देता।” उन्होंने मांग की कि मीडिया महिला अपराधों को इस तरह पेश न करे, जिससे पूरे महिला समाज का अपमान हो।

महिला आयोग की सदस्य ने लव मैरिज और अरेंज मैरिज पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “अरेंज मैरिज बेहतर विकल्प है, क्योंकि इसमें परिजन जाति और सामाजिक स्थिति को ध्यान में रखकर रिश्ता तय करते हैं, जिससे जीवन में स्थिरता आती है। लव मैरिज में असमानता के कारण अक्सर लड़कियों को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ता है।

“महिला संबंधी अपराधों की समीक्षा के लिए बागपत पहुंची मीनाक्षी भराला ने इन मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी और समाज से महिलाओं के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाने की अपील की।

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