कभी पांच बच्चे पढ़ाते थे जगदीश गांधी, आज है सबसे बड़े स्कूल का वर्ल्ड रिकॉर्ड

अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में 138 देशों के 1429 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश तथा राष्ट्राध्यक्ष प्रतिभाग कर चुके हैं।

Dr. Jagdish Gandhi Passed Away: विश्व एकता एवं विश्व शान्ति के पुरोधा एवं भावी पीढ़ी के प्रणेता डा. जगदीश गाँधी 22 जनवरी को चिर निद्रा में लीन हो गये। प्रख्यात शिक्षाविद् एवं समाजसेवी डा. जगदीश गाँधी ने 87 वर्ष की आयु में मेदांता हास्पिटल में अन्तिम साँस ली।

डा. जगदीश गाँधी का सम्पूर्ण जीवन भावी पीढ़ी के सर्वांगीण विकास के साथ ही सम्पूर्ण विश्व में एकता व शान्ति स्थापना को समर्पित रहा। इसी उद्देश्य हेतु सन् 1959 में पाँच बच्चों से प्रारम्भ सिटी मोन्टेसरी स्कूल आज लखनऊ में अपने 21 कैम्पसों के माध्यम से 62 हजार छात्रों का सर्वांगीण विकास कर रहा है, जो कि विश्व में एक रिकार्ड है। वर्ष 2001 में सी.एम.एस. को विश्व के सबसे बड़े स्कूल के तौर पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया था, यह रिकार्ड आज भी कायम है।

65 वर्ष पूर्व अपनी स्थापना के समय से ही सी.एम.एस. विश्व एकता व विश्व शान्ति का अलख जगा रहा है और इन्ही पुनीत प्रयासों हेतु सी.एम.एस. को विभिन्न पुरस्कारों से पुरष्कृत कर सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें यूनेस्को द्वारा शांति शिक्षा पुरस्कार, डेरोजियो अवार्ड, वर्डलॉन एक्सीलेन्स अवार्ड, आइसलैण्ड, वर्ल्ड चिल्ड्रेन्स प्राइज फॉर द राइट्स ऑफ द चाइल्ड, स्वीडन, लाइफ लिंक कैम्पेन रिकगनीशन, स्वीडन, पीसफुल स्कूल्स इण्टरनेशनल रिकगनीशन, कनाडा, न्यूक्लियर फ्री फ्यूचर अवार्ड आदि प्रमुख हैं।

विश्व एकता एवं विश्व शान्ति के प्रयासों के तहत डा. जगदीश गाँधी के संयोजकत्व में सी.एम.एस. द्वारा विगत 24 वर्षों से लगातार ‘अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इन अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में 138 देशों के 1429 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश तथा राष्ट्राध्यक्ष प्रतिभाग कर चुके हैं जिन्होंने विश्व एकता, विश्व शान्ति व विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य की मुहिम को भारी समर्थन दिया।

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