दिवंगत संत पायलट बाबा के उत्तराधिकारी का चयन हो गया है। हरिद्वार के जगजीतपुर स्थित पायलट बाबा आश्रम में संत की मुख्य शिष्या रहीं केको आइकावा को पायलट बाबा का उत्तराधिकारी चुना गया है। दरअसल, वायु सेना में विंग कमांडर रहे संत और पंच दशनम जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर पायलट बाबा ने 86 वर्ष की आयु में 20 अगस्त को देह त्याग दिया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
देश-विदेश में फैले आश्रमों का करेंगी संचालन
पायलट बाबा के उत्तराधिकारी के रुप में जापान की रहने वाली केको आइकावा को चुना गया है। केको आइकावा को साधक योग माता के नाम से जानते हैं। वे पिछले कई सालों से पायलट बाबा के योग और ध्यान शिविरों के साथ रहती थी। केको आइकावा के अलावा दो अन्य साध्वियां चेतना और साधना को भी संस्था का उपाध्यक्ष बनाया गया है। तीनों महिलाएं शिष्या ही पायलट बाबा के बाद देश-विदेश में फैले आश्रमों का संचालन करेंगी। पायलट बाबा के उत्तराधिकारी की घोषणा के दौरान जूना अखाड़ा के साधु संत भी मौजूद रहे। अखाड़े ने उत्तराधिकारी के चयन पर सहमति दी है। गौरतलब है कि जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और आध्यात्मिक गुरु पायलट बाबा का निधन मंगलवार को हुआ था, जिसके बाद बृहस्पतिवार को उन्हें जगजीतपुर स्थित आश्रम में भू समाधि दी गई।
पाक-चीन के खिलाफ युद्ध में रहे शामिल
आपको बता दें पायलट बाबा को महायोगी कपिल सिंह के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने साल 1962 में भारत-चीन युद्ध और साल 1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि इसके बाद उन्होंने अध्यात्म की राह अपना ली, जिसके कारण वह अध्यात्मिक गुरू बन गए।