
Uttar- Pradesh: जौनपुर निवासी सीबी यादव को अमेरिका में चल रहे राजनीतिक मुकदमे से अमेरिकी क बरी कर दिया। 2020 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सीबी यादव पर स्थानीय डेमोक्रेटिक पार्टी के अधिकारियों ने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
वहीं लंबे समय से चल रही, इस जांच के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सीबी यादव को क्षमादान दिया और उनके खिलाफ चल रहे मामले को समाप्त कर दिया।
आपको बता दें कि, सीबी यादव, जो एक प्रतिष्ठित व्यवसायी के साथ-साथ अमेरिका के फर्स्ट कमिशन और एक इलेक्टोरल मेंबर के रूप में कार्य कर रहे थे, डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी से जुड़कर राजनीति में सक्रिय थे। 5 वर्षों तक चली इस जांच में कोई भी ठोस प्रमाण नहीं मिला जो सीबी यादव के खिलाफ जाता हो।
बता दें कि नियमों के अनुसार राष्ट्रपति के पास फाइल भेजी गई, और अमेरिकी कोर्ट ने विस्तृत जांच के बाद ज्यूरी द्वारा यह मामला मनगढ़ंत और आधारहीन पाया। इस जांच के बाद, फाइल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास भेजी गई, जहाँ 12 नवंबर 2025 को उन्होंने इस केस को अस्थायी रूप से समाप्त कर दिया। इसके बाद 3 दिसंबर 2025 को विशेष अदालत ने इस मामले को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
सीबी यादव का संघर्ष और सफलता:
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के बदलापुर तहसील के नेवादा गांव निवासी सीबी यादव बचपन से ही मेधावी रहे हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और एक प्रतिष्ठित अमेरिकी कंपनी में नौकरी के लिए चयनित हुए।
बता दें, इसके बाद उन्होंने अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ाया और डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी को समय-समय पर राजनीतिक सहयोग दिया। सीबी यादव ट्रंप के करीबी सहयोगियों में से एक माने जाते हैं, और उनके इस राजनीतिक संबंधों का लाभ उन्हें मुकदमे से बरी होने में मिला।
यह मामले के समाधान के साथ ही सीबी यादव के लिए एक नया अध्याय शुरू होता है, जहाँ वह अपने व्यवसाय और राजनीति में सक्रिय रहते हुए नए अवसरों की तलाश करेंगे।









