
लखनऊ; गोमतीनगर में दर्ज एक मामले की पेशी में करीब 11 बजे दो दारोगा, चार हेड कांस्टेबल और छह सिपाही संजीव उर्फ जीवा को कोर्ट लेकर आए थे. संजीव के पहुंचने से पहले ही उसकी हत्या करने वाला विजय वकील के भेष में एससीएसटी कोर्ट रूम के बाहर बैठ गया. हत्यारे पर कोई शक न करे इस लिए जेब में पेन लगाने के साथ-साथ हाथों में फाइल भी पकड़ रखी थी. हत्यारोपी संजीव के साथ ही पीछे से कोर्ट रूम के भीतर गया और मौका मिलते ही जीवा पर कोट में रिवाल्वर निकाल कर पीछे से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) June 8, 2023
➡️संजीव जीवा हत्याकांड से जुड़ी खबर
➡️357 बोर की अमेरिकन अल्फा रिवॉल्वर से हुई हत्या
➡️5 से 6 लाख रुपए में मिलती है ये रिवॉल्वर
➡️भारत में ये रिवॉल्वर,कारतूस प्रतिबंधित नहीं है
➡️डेढ़ से दो हज़ार रुपए का इसका एक कारतूस मिलता है#Lucknow pic.twitter.com/wnP4CSoEQx
हत्यारोपी विजय ने एक शार्प शूटर की तरह हमला बोला, जिससे जीवा को पीछे पलटने का मौका भी नहीं मिला और वह मौके पर ही ढेर हो गया. वहीं, विजय बचने के लिए कोर्ट रूम से बाहर भागा, लेकिन वकीलों ने दौड़ाकर उसको पकड़कर और पीटना शुरू कर दिया. हत्यारोपी को पुलिस ने बढ़ी मुश्किल से बचाया.
चिन्हित 66 माफिया में 15वें नंबर पर था जीवा
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा प्रदेश में चिन्हित 66 माफिया में से 15वें नंबर पर था. ये सूची हाल में शासन ने जारी की थी. पश्चिम यूपी से लेकर उत्तराखंड तक जीवा का खौफ था और आजकल जेल से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा था
वर्ष 1991 में किया था पहला अपराध
मुजफ्फरनगर निवासी संजीव उर्फ जीवा ने वर्ष 1991 में मुजफ्फनगर में पहला अपराध किया था. तब उसके खिलाफ कोतवाली नगर में मारपीट का केस दर्ज किया गया था. उसके केस में वह दोषमुक्त भी हो चुका था.
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक संजीव के खिलाफ मुजफ्फरनगर में 17, उत्तराखंड में 5, गाजीपुर जनपद में एक, फर्रूखाबाद जनपद में एक और लखनऊ में एक कुल 25 मामले दर्ज हैं.
हाई सिक्योरिटी बैरक में था संजीव
संजीव पिछले दो दशक से सलाखों के पीछे है. उसको भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड और हरिद्वार के एक हत्या के केस में सजा हो चुकी है. 10 जून 2019 में मैनपुरी से लखनऊ जेल शिफ्ट किया गया था. तब से वह लखनऊ जेल में बंद था. उसको हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था. जहां सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी हो रही है.