जेठ के आखिरी बड़े मंगलवार की धूम, जगह-जगह लगे भंडारे

लखनऊ में बड़े मंगल का अल ही महत्व है। ऐसी मान्यता है कि जब राम वनवास से वापस लौटे तो अवध क्षेत्र की जिम्मेदारी लक्ष्मण जी को सौंपा गया था।

जेठे के आखिरी बड़े मंगलवार पर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। लखनऊ में कदम कदम पर भंडारे हो रहे हैं। अपनी श्रद्धा के अनुसार लोग शरबत, आइसक्रीम, फ्रूटी, छोला-चावल, पूड़ी-सब्जी सड़कों पर पंडाल लगाकर बांट रहे हैं।

लखनऊ में बड़े मंगल का अल ही महत्व है। ऐसी मान्यता है कि जब राम वनवास से वापस लौटे तो अवध क्षेत्र की जिम्मेदारी लक्ष्मण जी को सौंपा गया था। लक्ष्मण जी के आगमन से पहले हनुमान जी भीषण गर्मी में भूखे-प्यासे दौड़-भाग कर पूरी तैयारियों में लगे थे। इसी लिए जेठ माह के मंगलवार को जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया जाता है। जिससे कोई भीषण गर्मी में भूखा-प्यासा न रहे।

मान्यता है कि बजरंगबली बाबा रूप परिवर्तन कर भंडारा खाने के लिए आते हैं। यही कारण है कि लखन नगरी यानी लखनऊ में बड़े मंगल का विशेष महत्व है। जबकि आप लखनऊ से बाहर जाएंगे तो इसका इतना अधिक महत्व नहीं दिया जाता। लेकिन अब धीरे-धीरे इसका प्रसार हो रहा है।

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