अयोध्या में विवादित ढांचा गिराएं जानें को लेकर, जेएनयू के छात्रो ने प्रोटेस्ट मार्च निकाला। साथ ही बाबरी के निर्माण की मांग भी की। मांग कर रहे छात्रों ने काफी देर तक नारेबाजी की। छात्र संघ उपाध्यक्ष साकेत मून ने कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराना गलत था। बाबरी को फिर से बनाकर इंसाफ किया जाए। बाबरी मस्जिद का निर्माण इंसाफ के लिए लड़ाई है।
आपको बता दें JNU में छात्रों ने हाथों में तख्तियां लिए 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में मस्जिद गिराए जाने की मुखालफत की। सांप्रदायिकता मुर्दाबाद और ‘हिंदुत्व की हिंसा’ मुर्दाबाद लिखी तक्थियों को लेकर प्रदर्शन किया।
बता दें इस कार्यक्रम का एक विडियों वायरल हुआ है जिसमें एक छात्रा अयोध्या में फिर से बाबरी मस्जिद बनाने की बात करते और इसके लिए लड़ाई का आह्वान करते दिख रहा है। वीडियो में JNUSU उपाध्यक्ष साकेत मून कहते दिख हैं, ‘ये कहना पड़ेगा आपको कि जो बाबरी मस्जिद को गिराया गया, गलत गिराया गया। और इसीलिए इंसाफ होगा कि बाबरी फिर से बनाई जाए। ये इंसाफ के लिए लड़ाई है।’