
कानपुर. स्वास्थ विभाग की अनदेखी से कल्यानपुर क्षेत्र में निजी अस्पतालों के नाम से लूट और मौत की दुकानें ग्रामीण क्षेत्रों से आए मरीजों से लाखों रुपए इलाज के नाम पर ऐंठ लेते है और उनका ठीक से इलाज भी नही करते, ऐसी ही एक घटना में मरीज से लाखों रुपए ऐंठ लिया और जब उसको स्वास्थ में कोई फायदा नही मिला तो अस्पताल संचालक और स्टाफ मरीज को अस्पताल में छोड़कर भाग गये। वहीं घटना की खबर भारत समाचार ने प्रमुखता से दिखाई तो स्वास्थ विभाग की नींद टूटी और एसीएमओ ने आनन फानन में कार्यवाही करते हुए अस्पताल में सील लगा दी है।

आपको बता दें, कानपुर देहात के रसूलाबाद कस्बे के नवलपुर गाँव निवासी गौरव राजपूत का एक्सीडेंट हो गया था तो श्री राम बेटी अस्पताल का संचालक घायल को उसके घर से अपनी गाड़ी से कानपुर इलाज के लिए लाया था। कथित डॉ सुनील ने घायल गौरव के टूटे हाँथ और पैर का ऑपरेशन कर रॉड डाली और मरीज से 1 लाख 93 हजार वसूल लिए। मरीज को दो महीने बाद आने को कहा जिसपर आज गौरव जब श्री राम बेटी अस्पताल आया तो डॉ सुनील ने चेकअप के बाद दुबारा ऑपरेशन करने की बात कही। जिसपर गौरव के परिजन भड़क गए.
हंगामा होते देख डॉ सुनील और पूरा स्टाफ अस्पताल से भाग गए। भारत समाचार ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से चल रहे ऐसे फर्जी अस्पताल की खबर प्रमुखता से दिखाई तो स्वास्थ महकमे की नींद खुली और एसीएमओ डॉ सुबोध प्रकाश ने श्री राम बेटी अस्पताल को सील कर दिया है। वही पीड़ित मरीज को हैलट हॉस्पिटल मे ईलाज के लिये भर्ती कराया गया है।








