कानपुर : बड़े हादसे को दावत दे रहा है जाजमऊ का पुराना गंगा पुल, फुटपाथ पर तीन फिट का गड्ढा, हालत जर्जर

यूपी के कानपुर को जोड़ने वाला जाजमऊ स्थित पुराना गंगा पुल जर्जर हालत में पहुँच गया है| पुल के जर्जर होने का खामियाजा यहाँ से गुजरने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है| दरअसल पुराने गंगा पुल पर कानपुर की तरफ जाने वाला फुटपाथ पिछले एक सप्ताह से टूटा पड़ा है, जिस कारण इस फुटपाथ से गुजरने वाले लोगों के पुल से गिर जाने व चुटहिल होने का भी खतरा बना हुआ है| गंगा पुल के फुटपाथ पर कई फिट का गड्ढा हो जाने के बावजूद एनएचएआई के अधिकारियो की लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ रही है| और शायद किसी बड़े हादसे का इन्तेजार एनएचएआई के अधिकारियो कर रहे हैं | वहीं दूसरी ओर टोल कंपनी पीएनसी सिर्फ और सिर्फ टोल वसूलने में मस्त है, सड़को और पुलों के हाल से उसे कुछ भी लेना देना नही है।

जाजमऊ स्थित पुराने गंगापुल से रोजाना हज़ारो की संख्या में लोग पैदल और सायकिल से सफर तय करते हैं| पैदल और सायकिल से चलने वाले इन्ही लोगों के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए गंगा पुल पर फुटपाथ बनाया गया था। समय गुजरने के साथ ही पुल का रख रखाव न होने के कारण एक तरफ जहाँ पुल की सड़क बदहाल हो गई| साथ ही फुटपाथ भी जर्जर होकर बुरी तरह से टूट गया है | उन्नाव की तरफ से जाजमऊ पुल प्रवेश के दाहिनी ओर फूटपाथ एक बड़े गड्ढे में तब्दील हो चुका है| जो कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है, क्योकि इसी फुटपाथ का इस्तेमाल रात के समय पैदल और सायकिल से चलने वाले करते हैं|

इस पुल का ऐसा हाल तब है, जब रोजाना इसी पुल से दर्जनों मंत्री और विधायकों का आना जाना रहता है| बड़ी बात यह भी है कि यह एक टोल रोड है। जिसपर से गुजरने वालो टोल कंपनी पीएनसी रोजाना टोल वसूलती है फिर भी इसकी यह हालत है। बेहतर सड़के और परिवहन के नाम पर जमकर टोल तो वसूल किया जा रहा है लेकिन सुविधाएं सिर्फ और सिर्फ शून्य हैं। हालाँकि जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद मैंने कल ही पीडी एनएचएआई पंकज मिश्रा जी से बात की थी, और उनके द्वारा बताया गया था कि गड्ढे भरवा दिए गए हैं और टूटा फुटपाथ भी दुरुस्त करवा दिया गया है | लेकिन आज मुझे फिर संज्ञान में लाया गया है कि वो गड्ढे भरे नहीं हैं। मैंने फिर आज पीडी एनएचएआई से बात की है और आज ही उसकी व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए हैं | इसमें मेरे द्वारा उन्हें पत्र भी लिख रहा हूँ, इसमें किसी भी तरह की कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायगी |

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