Kanpur: जिस पत्नी को पढ़ा-लिखाकर दिलाई सरकारी नौकरी, उसी ने कर लिया किनारा; जानें क्या है पूरा मामला..

पूरा मामला कानपुर के बर्रा विश्व बैंक बी ब्लॉक का है। जहां के निवासी शिवांशु अवस्थी ने अपनी पत्नी के खिलाफ तलाक का मुकदमा दाखिल किया था।

पहले दोस्ती हुई, फिर मुलाकातों का सिलसिला प्यार में बदला और दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। लेकिन सरकारी नौकरी लगी तो पत्नी के तेवर ही बदल गए। पहली नजर में ये मामला आपको किसी पिक्चर की स्टोरी लग रही होगी मगर ये रील नहीं रियल लाइफ की कहानी है। मामला कानपुर का है, जहां सरकारी नौकरी लगने के बाद एक महिला ने अपने पति को बेडौल और मेरे लायक नहीं हो कहकर छोड़ दिया। जिसके बाद ये पूरा मामला न्यायालय पहुंचा और सालों की कानूनी लड़ाई के बाद अब दोनों के बीच तलाक हो गया है।

पढ़ाई के दौरान हुआ था प्यार

दरअसल, ये पूरा मामला कानपुर के बर्रा विश्व बैंक बी ब्लॉक का है। जहां के निवासी शिवांशु अवस्थी ने अपनी पत्नी के खिलाफ तलाक का मुकदमा दाखिल किया था। जिसमें उसने बताया कि उसकी मुलाकात सर्वोदय नगर आरएस पुरम निवासी मीनाक्षी शुक्ल से यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान हुई थी, जहां दोनों के बीच पहले दोस्ती और फिर प्रेम संबंध हुआ। जिसके बाद जब बात आगे बढ़ी तो 21 फरवरी 2008 को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। शादी के कुछ सालों में उनके दो बच्चे भी हुए।

अपनी नौकरी छोड़ पत्नी को पढ़ाया

समय आगे बढ़ा तो पत्नी ने पढ़ने की जिद की तो शिवांशु ने अपनी पत्नी के सपनो को पूरा करने के लिए खुद के सपनो का त्याग कर दिया। बच्चों को संभालने के लिए उसने अपना काम बंद कर दिया और अपनी पत्नी को पढ़ाया और वर्ष 2009-10 में उसे बीएड कंप्लीट करवाया। इन तमाम मेहनतों के बाद आखिरकार वर्ष 2015 में उसकी पत्नी का चयन इटावा जनपद में सरकारी अध्यापिका के पद पर हो गया। नौकरी के लिए वो अपने छोटे बेटे को साथ लेकर इटावा रहने चली गई।

सरकारी नौकरी लगते ही बदलने लगे पत्नी के तेवर

जब लम्बे समय तक उसकी पत्नी ने ससुराल आना-जाना छोड़ दिया। जब उसके पति ने उससे संपर्क किया तो जवाब सुनकर उसके होश उड़ गए। आरोप है कि सरकारी नौकरी लगते ही मीनाक्षी के तेवर बदलने लगे। उसने शिवांशु को बेडौल और अपने लायक न होने की बात कही और उससे दूरी बनाने लगी। वहीं, मीनाक्षी ने अपने बड़े बेटे की कस्टडी के लिए भी अदालत में एप्लीकेशन लगा दिया।

15 साल बाद हुआ तलाक

जब मामला ज्यादा बढ़ा तो तंग आकर शिवांशु ने अदालत का रुख करते हुए तलाक का मुकदमा दायर किया। मगर मीनाक्षी तलाक के लिए भी तारीख पर नहीं आती थी। ऐसे में मजबूर होकर शिवांशु ने एकतरफा तलाक की लड़ाई लड़ी। सालों लड़ाई के बाद आखिरकार कोर्ट ने उसका तलाक मंजूर कर लिया है।

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