कानपुर हिंसा: SIT की पड़ताल में साजिश का खुलाशा, 38 बवालियों को किया गिरफ्तार…

कानपुर में 3 जून को हुए बवाल में पोस्टर जारी होने के बाद 4 आरोपियों की पहचान की गई है। 3 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। कर्नलगंज थाना क्षेत्र से 2 युवकों को उठाया गया। ग्वालटोली चर्च के सामने से मो.नफीस को गिरफ्तार किया गया।

कानपुर में हिंसा के बाद दहशत फैलाने की कोशिश की गई। दो युवकों ने पिस्टल के साथ फोटो वायरल किया था। हाथ में पिस्टल लेकर युवकों ने फोटो वायरल किया। फोटो वायरल होने के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई। पूर्व में भी कई अवैध असलहों की फोटो वायरल हो चुकी है। युवक घाटमपुर कस्बे के रहने वाले बताए जा रहे।

सूत्रों के अनुसार, कानपुर हिंसा और उपद्रव मामले का मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी पीएफआई के संपर्क में था। इखलाक और निजाम कुरेशी के जरिए पीएफआई से संपर्क हुआ। निज़ाम और इख्लाक पीएफआई के पदाधिकारियों के करीबी हैं। मामले की जांच कर रही पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है निज़ाम कुरेशी हिंसा मामले में है नामजद आरोपी है। इखलाक का नाम केस में नहीं, पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगी है।

सूत्रों के हवाले से खबर है कानपुर हिंसा मामले में हयात जफर हाशमी की पत्नी की भूमिका संदिग्ध है। जफर की पत्नी बाजार बंदी के समर्थन में थी। व्हाट्सएप ग्रुप के चैट में बात सामने आई। जौहर फैंस एसोसिएशन के ग्रुप में सदस्य ने खबर डाली थी। हयात की पत्नी ने साफ मना किया था। इसके बाद बाजार बंदी को बढ़ावा देने संबंधी पोस्ट ग्रुप में किए। हयात की पत्नी ही इस व्हाट्सएप ग्रुप की एडमिन है। पुलिस हयात की पत्नी की भूमिका की जांच कर रही है।

वही, पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस मालिक को भी पकड़ा है। जिसने ब्रह्मनगर में प्रिंटिंग प्रेस से पर्चे छपवाए गए थे। रोमा प्रिंटिंग प्रेस में पोस्टर और पर्चे छापे गए थे। प्रेस मालिक पर नियम विरुद्ध पर्चे छापने का आरोप है। हयात के करीबी सूफियान, जावेद ने पर्चे छपवाए थे।

हिंसा के लिए बवाली दूसरे जिले से भी आए थे। पोस्टर जारी होने के बाद पुलिस को जानकारी मिली थी। पुलिस ने उन्नाव निवासी पत्थरबाज को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अब तक 38 बवालियों को गिरफ्तार किया। SIT की पड़ताल में बड़ी साजिश की बात सामने आई है।

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