
डिजिटल स्टोरी- अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी एशिया के सबसे अमीर आदमी है.अडानी ग्रुप के पास कई पोर्ट है.बीते कारोबारी सप्ताह में अडानी ग्रुप के शेयर में काफी उछाल दर्ज किया गया है. हाल ही में एक इंटरव्यू में अडानी ने अपनी उत्तराधिकार योजना का खुलासा किया. अभी उनकी उम्र 62 साल है और वह 70 साल की उम्र में रिटायर होना चाहते हैं. देश की तीसरे सबसे बड़े औद्योगिक घराने अडानी ग्रुप का बिजनस 213 अरब डॉलर का है और कई क्षेत्रों में फैला है.गौतम अडानी ने एक ट्रस्ट के जरिए अपने वारिस नॉमिनेट किए हैं. इसमें गौतम अडानी के बेटों करण और जीत अडानी साथ साथ भतीजों प्रणव और सागर की बराबर की हिस्सेदारी होगी.
गौतम अडानी के बड़े बेटे करण अडानी एशिया के बड़े एम्पायर ग्रुप के बिजनेस को होल्ड कर रहे है. मुंद्रा पोर्ट को संभालने के साथ-साथ करन अडानी, कंपनी की दूसरी बड़ी-बड़ी चीजों को भी होल्ड करते हैं.
मुंद्रा पोर्ट की खासियत…
मुंद्रा पोर्ट की सालाना 338 एमएमटी कार्गो संभालने की क्षमता है. जो भारत के सभी चालू बंदरगाहों में सबसे बड़ी है. मुंद्रा पोर्ट ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 14.44 करोड़ (144.4 मिलियन) मीट्रिक टन कार्गो संभाला और कार्गो की मात्रा के लिहाज से यह भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बंदरगाह है.
करण अडानी के लिए मुंद्रा पोर्ट को संभालना एक बहुत बड़ा चैलेंज है.और वो अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी संभाल रहे है. ब्लूमबर्ग को दिए गए एक इंटरव्यू में सवाल में करन अडानी से पूछा गया कि केंद्र की मोदी सरकार के साथ सामंजस्य बैठाने के साथ-साथ राज्य की दूसरी सरकार के साथ वो तालमेल बिठाते हुए वो कैसे काम कर रहे है.
बता दें कि गौतम अडानी के बड़े बेटे करण अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड के एमडी हैं. वह ग्रुप के सीमेंट, पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स जैसे स्थापित बिजनस देखते हैं.अडानी ग्रुप की की वेबसाइट के मुताबिक करण एपीएसईजेड को एक इंटिग्रेटेड लॉजिस्टिक्स कंपनी में बदलने पर फोकस कर रहे हैं.
इसके जवाब में करण अडानी ने कहा- किसी पॉलिटिकल पार्टी के करीब होने का मतलब ये नहीं होता कि,,,कि जरुरी ही है आपको काम मिल जाए.आपको काम किस वजह से मिलता है, कि उस काम को करके आप प्रोपर डिलीवर करके दें.आप मार्केट में प्रतिस्पर्धा करने के योग्य है. आज का इंडिया फेवर देने वाला नहीं है. आपको काम करना होगा.









