
Dev Deepawali: धर्म नगरी वाराणसी में सोमवार को देव दीपावली बेहद भव्य तरीके से मनाने की तैयारी है। पूरे शहर को शानदार लाइटों से सजा दिया गया है। शाम होते ही काशी रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा उठेगी। भारी मात्रा में पहुंचे पर्यटकों और श्रद्धालुओं को वाराणसी का नया रूप देखने को मिलेगा। बता दें की देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसी दिन गुरु नानक जयंती भी मनाई जाती है।
हिन्दू धर्म में मान्यता के अनुसार इस दिन देव धरती पर उतरकर आते हैं। इस लिए दीये जलाकर देव दीपाली मनाया जाता है। इसी दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर का वध किया था। इस लिए वाराणसी में इसे धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन काशी में विशेष उत्सव, पूजा और आरती की जाती है।
रंग बिरंगी लाइटों से सजी वाराणसी
देव दीपावली के अवसर पर वाराणसी में खास तैयारियां की है। शाम को गंगा किनारे काशीवासी लाखों की संख्या में मिट्टी के दीये जलाएंगे। गंगा मइया की पूजा और आरती की जाएगी। शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों को रंग बिरंगी लाइटों से सजा दिया गया है। देव दीपावली के अवसर पर जमकर आतिशबाजी करने की तैयारी की गई है। लेजर शो का भी आयोजन किया जाएगा। गंगा घाट को अर्धचंद्राकार लाइटों से सजाया गया है। दूरदराज से आए टूरिस्ट आज शाम आतिशबाजी और लेजर शो का आनंद ले सकेंगे।
नमो घाट को मेहमानों के लिए आरक्षित
देव दीपावली पर वाराणसी में आठ से 10 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इस मौके पर सीएम योगी और 70 देशों के राजदूत मौजूद रहेंगे। प्रदेश व केन्द्र सरकार के कई कई मंत्री भी मौजूद रहेंगे। पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नमों घाट को मेहमानों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। यहां पर आम नागरिकों का प्रवेश वर्जित रहेगा।









