सातवें चरण में काशी का द्वार,शनिवार को होगा मतदान

देश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विख्यात वाराणसी के लोग सातवें और अंतिम चरण के मतदान में लोकतंत्र के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे.काशी के लिए शनिवार यानी एक जून का दिन निर्णायक होने वाला है.इस दिन लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें पड़ाव के अंतर्गत वाराणसी में मतदान होगा.इस मतदान पर न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं.वाराणसी का चुनाव यह तय करेगा कि क्या यहां से केवल एक सांसद चुनकर जाएगा या फिर तीसरी बार देश को काशी नेतृत्व की बागडोर देने जा रहा है.

यह चुनाव काशीवासियों के लिये उनके शहर के साथ ही देश की भी तस्वीर और तक़दीर बदलने में निर्णायक सिद्ध होगा.वाराणसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारियों को पुख्ता कर ली हैं.वाराणसी लोक सभा क्षेत्र से कुल सात प्रत्याशी इस चुनाव प्रक्रिया के जरिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.इनके भाग्य का फैसला 19 लाख 97 हजार 577 मतदाता करेंगे, जिसमें नौ लाख 13 हजार 692 महिला वोटर्स शामिल हैं। आधी आबादी वाराणसी में निर्णायक भूमिका में है जो नारी सम्मान, स्वालम्बन से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट करेंगी। वहीं, 18 से 19 वर्ष के 37,226 फर्स्ट टाइम वोटर भी इस चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे.

लोकतंत्र के महाकुंभ के अंतिम और सातवें चरण के चुनाव के लिए शनिवार को मतों की आहुतियां 660 मतदान केन्द्रों के 1909 मतदान स्थलों पर डाली जाएंगी। उल्लेखनीय है कि वाराणसी लोक सभा से सात प्रत्याशी मैदान में है जिनमें दो बार वाराणसी का सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मिलित हैं और इस बार जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद से मैदान में उतरे हैं.लगातार दो बार मोदी से शिकस्त खाकर तीसरे नंबर पर रहे , इंडी गठबंधन के अजय राय इंडियन नेशनल कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा अतहर जमाल लारी-बहुजन समाज पार्टी, गगन प्रकाश यादव-अपना दल (कमेरावादी), कोलीशेट्टी शिवकुमार- युग तुलसी पार्टी के अतिरिक्त संजय कुमार तिवारी व दिनेश कुमार यादव-निर्दल प्रत्याशी के तौर पर अपना-अपना भाग्य आजमा रहे हैं.

लेखक – मुनीष त्रिपाठी,पत्रकार, इतिहासकार और साहित्यकार है

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