
केरल के तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है, जहां बीजेपी ने वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) को करारी शिकस्त देते हुए नगर निगम की सत्ता हथिया ली। एलडीएफ पिछले चार दशकों से इस क्षेत्र में काबिज था। इस जीत को केरल में राजनीतिक परिवर्तन की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
इस चुनाव में केरल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी आर श्रीलेखा ने भी ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। रिटायर्ड डीजीपी श्रीलेखा ने सस्थामंगलम डिवीजन में बड़े अंतर से जीत हासिल की। अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी उन्हें तिरुवनंतपुरम का मेयर बना सकती है, जिससे वह इस पद पर बैठने वाली पहली बीजेपी नेता होंगी।
श्रीलेखा ने इस जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “हमें जानकारी मिली है कि सस्थामंगलम वॉर्ड में कभी इतने बड़े अंतर से चुनाव नहीं जीता गया।” उन्होंने कहा, “मेरी उम्मीदवारी के बाद एलडीएफ और कांग्रेस ने मुझ पर अनावश्यक हमले किए, लेकिन जनता ने उन्हें इसका जवाब दे दिया।”
निकाय चुनाव के परिणाम के मुताबिक, 101 सदस्यीय तिरुवनंतपुरम नगर निगम में बीजेपी ने 50 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनने का गौरव हासिल किया, जबकि एलडीएफ को केवल 29 सीटें मिलीं और कांग्रेस को 19 सीटों पर जीत मिली।
आर श्रीलेखा: केरल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी
आर श्रीलेखा जनवरी 1987 में केरल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी बनीं। उन्होंने सीबीआई, केरल क्राइम ब्रांच, विजिलेंस, फायर फोर्स और मोटर वाहन विभाग में अपनी सेवाएं दीं। 2017 में उन्हें केरल की डीजीपी नियुक्त किया गया था। सीबीआई में कार्य करते हुए उन्हें ‘रेड श्रीलेखा’ का उपनाम मिला था, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी।









