डिजिटल डेस्क: किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच बीते सोमवार यानी 12 फरवरी को देर रात हुई मामलों को सुलझाने के लिए साढ़े पांच घंटे की बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला है। जिसके चलते मंगलवार यानी 13 फरवरी को किसानों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए सुबह 10 बजे राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने का ऐलान किया है। इस बीच केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने किया। सरकार के तरफ से बुलाई गई बैठक में कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, पंजाब के मंत्री कुलदीप धारीवाल और राज्य सरकार के अधिकारी शामिल थे। मिली जानकारी के अनुसार बैठक में किसान और केंद्र के बीच बातचीत थोड़ी आगे बढ़कर थम गई, क्योंकि किसान फसलों के लिए MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी लेने पर अड़े हुए हैं। वहीं, केंद्र ने पहले ही उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी कुछ मांगें पूरी की जाएंगी।
सरकार हमारी मांगों पर गंभीर नहीं: किसान मजदूर मोर्चा
इस पूरे मामले पर किसान मजदूर मोर्चा का बयान आया है। उनका कहना है कि सरकार हमारी मांगों पर गंभीर नहीं है। सरकार के मन मे खोट है, वे हमें कुछ नहीं देना चाहते। ऐसे में किसान मंगलवार सुबह 10 बजे से दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़ेंगे। अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसानों ने 16 फरवरी को भारत बंद भी बुलाया है।
हरियाणा में पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम
वहीँ किसानों के विरोध मार्च को देखते हुए पंजाब से आने वाले लगभग सभी राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर पुलिस की तैनाती की गई है। इन सुरक्षा इंतजामों के चलते सोमवार को यात्रियों को अपनी आगे की यात्रा के लिए हरियाणा में प्रवेश करने के लिए गांव के मार्गों को अपनाना पड़ा। इस पूरे मामले पर मीडिया से बातचीत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि, “किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरियाणा में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किया गया है।” बैरिकेड्स, बोल्डर, रेत से भरे टिप्पर और कंटीले तारों और लोहे की कीलें लगाकर पंजाब-हरियाणा सीमाओं को सील किया गया है। जिसके कारण भारी ट्रैफिक जाम के साथ वाहनों की आवाजाही पर बड़ा असर पड़ा है। इस दौरान वहां अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों को वहां तैनात किया गया है।
दिल्ली के सभी बॉर्डर सील
वहीँ, किसानों ने विरोध प्रदर्शन के लिए पटियाला के शंभू बॉर्डर, संगरूर के मूनक, मुक्तसर के डबवाली और मनसा के रतिया बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करने की रणनीति बनाई है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने चारों प्रवेश मार्गों को सील कर दिया है। प्रदर्शन को रोकने के लिए दिल्ली में सिंघू, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर भी सुरक्षा को लेकर पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात है।