कैराना किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत का किसानों ने भव्य स्वागत अभिनंदन किया। इस दौरान राकेश टिकैत ने मंच से कहा कि ना तो सरकार हारी है ना हम जीते केवल समझौते के आधार पर आंदोलन स्थगित हुआ है। उन्होंने जमकर के सरकार पर तंज कसा और कहां उत्तर प्रदेश में बिजली महंगी है और हरियाणा में सस्ती है। लखनऊ जाकर सीएम योगी से पूछेंगे दोनों सीएम के बीच कंपटीशन कराएंगे।
दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से ज्यादा समय तक चल रहा किसान आंदोलन स्थगित होने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत पहली बार कैराना की सर जमी पर पहुंचे। जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी में 4000 करोड़ से ज्यादा किसानों का गन्ना भुगतान बकाया है, लेकिन सरकार गन्ना भुगतान को लेकर उदासीन है।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में बिजली ₹175 हॉर्स पावर है, जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में मात्र ₹35 हॉर्स पावर बिजली है, जबकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है ऐसा भेदभाव उत्तर प्रदेश में सरकार क्यों कर रही है। राकेश टिकैत ने कहा कि इन सवालों को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात करेंगे। और अपनी मांगों को रखेंगे।
उन्होंने कहा कि कैराना में पंचायत करने का उद्देश्य यह है कि यहां के किसानों की हजारों क्विंटल फसलें सस्ते दामों में व्यापारी खरीद कर चोरी से कैराना के रास्ते पड़ोसी जनपद हरियाणा में बेचते हैं, जबकि किसानों की फसलें उचित दामों पर नहीं खरीदी जा रही है। इन सब बातों को लेकर वह जल्द ही मुद्दा उठाएंगे। वहीं किसान आंदोलन की समाप्ति पर उन्होंने कहा कि आंदोलन जरूर समझौते के साथ स्थगित हुआ है, लेकिन वैचारिक मतभेद जारी रहेंगे।
वही राकेश टिकैत किसान पंचायत के मंच से जमकर योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की, उन्होंने कहा कि हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्यमंत्री से बेहद मजबूत है। उनकी मजबूती पर उनसे मिलकर यूपी में बिजली के दामों को घटाने की मांग करेंगे। वहीं एमएसपी कानून को लेकर भी उन्होंने कहा कि आप देश का किसान खेत और खलिहान में काम करने वाला मजदूर भी एनएससी को जान गया है। एमएससी दिल्ली और देश की राजधानी से चलकर के गांव के किसान तक पहुंच चुकी है।
राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी कानून को लेकर सरकार के द्वारा जो कमेटी बनाई गई है उसमें उन लोगों को लिया जाएगा जो लोग खेत खलियान के किसानों की समस्या को जानते हैं, जो लोग खेतों में हल चला कर के वहां पहुंचे ऐसे लोगों को उस कमेटी में शामिल किया जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि अब चुनावी समर है, लोगों को बांटने का काम किया जाएगा, लेकिन लोग इन चुनावी वादों के बहकावे में ना आ करके अब अपनी खेती किसानी और रोजगार और पढ़ाई की ओर ध्यान दें।