
लखीमपुर के एक गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। जहां एक माँ के सामने ही उसकी दो बेटियों को अगवा कर लिया और घटना के कुछ ही समय बाद दोनों बेटियों के शव पेड़ से बंधे मिले। सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो लोगों ने पुलिस का जमकर विरोध किया। प्रदेश के एडीजी (Law and order) प्रशांत कुमार ने कहा है कि घटना के संबंध में हर पहलू पर जांच की जा रही है। अपहरण के बाद हत्या की घटना को डीजीपी मुख्यालय ने गंभीरता से लेते हुए है। परिजनों द्वारा दर्ज कराये गए मुकदमें के आधार पर पुलिस ने अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
लड़कियों की मां ने आरोप लगाया कि उनकी बेटियों की हत्या कर दी गई। पड़ोसी गांव निघासन थाना क्षेत्र के तीन युवकों पर अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोनों बहनें घर के बाहर लगी चारा मशीन से चारा काट रहा थी, दोपहर करीब तीन बजे बाइक सवार तीन लोगों ने उनकी बेटियों का अपहरण कर लिया। बुधवार को बाद में एक खेत में एक पेड़ से लटके उनके शव पाए गए। मृत दोनों बहनों की उम्र 14 और 18 साल है।
लखीमपुर खीरी के इस मामले में कई बड़े नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मायावती ने भी इस घटना को दुखद और शर्मनाक बताते हुए दो ट्वीट किये हैं। जिसमें से एक में उन्होंने लिखा हैं कि “लखीमपुर खीरी में माँ के सामने दो दलित बेटियों का अपहरण व दुष्कर्म के बाद उनके शव पेड़ से लटकाने की हृदय विदारक घटना सर्वत्र चर्चाओं में है, क्योंकि ऐसी दुःखद व शर्मनाक घटनाओं की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम। यूपी में अपराधी बेखौफ हैं क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत।”
वही एक अन्य ट्वीट करते हुए लिखा कि “यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था व महिला सुरक्षा आदि के मामले में सरकार के दावों की जबर्दस्त पोल खोलती है। हाथरस सहित ऐसे जघन्य अपराधों के मामलों में ज्यादातर लीपापोती होने से ही अपराधी बेखौफ हैं। यूपी सरकार अपनी नीति, कार्यप्रणाली व प्राथमिकताओं में आवश्यक सुधार करे।”
लड़कियों के परिवार ने आरोप लगाया कि उनके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया हैं। जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई हैं। परिजनों के आरोपों के बाद आरोपियों पर दुष्कर्म, हत्या व बाल शोषण के अंतर्गत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने मामले में सतर्कता दिखाते हुए अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैं।