जातिगत जनगणना ना करने का कारण बताते हुए लालू ने बोला मोदी सरकार पर हमला

लालू ने बताया कि ओबीसी , एससी और एसटी की आबादी लगभग 𝟖𝟓% है.  यही कारण है कि बीजेपी जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती.

राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री मोदी पर कड़ा हमला बोला है. लालू ने रविवार को एक्स पर वर्ल्ड इनइक्वेलिटी लैब की रिपोर्ट साझा की जिसमें विभिन्न जातियों की आर्थिक स्थिति के बारे में बताया गया था.  लालू ने कहा कि रिपोर्ट देश के पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के लिए डरावने आंकड़े दर्शाती है. इससे देश में में सामाजिक और आर्थिक असमानता की गहरी जड़ों का पता चलता है.. दरअसल,  रिपोर्ट में यह बताया गया था कि भारत में उच्च जातियों के पास देश की कुल संपत्ति का 𝟖𝟖.𝟒% हिस्सा है. जबकि ओबीसी के पास केवल 𝟗.𝟎% और अनुसूचित जाति और जनजाति के पास मात्र 𝟐.𝟔% संपत्ति ही है। बीजेपी पर हमला करते हुए लालू ने लिखा कि देश में ओबीसी , एससी और एसटी की आबादी लगभग 𝟖𝟓% है.  यही कारण है कि बीजेपी जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती.

हमला बोलते हुए आगे लालू ने लिखा कि जब तक ओबीसी, एससी, एसटी और उच्च जाति के गरीब लोग बीजेपी की भक्ति, धर्मांधता और नफरत बोने वाले दंगाइयों को अपना नेता मानेंगे, तब तक ये आंकड़े और भी बदतर होते जाएंगे.

वित्तीय असमानता को लेकर वह बोले कि 𝟐𝟎𝟏𝟑 में ओबीसी का देश की संपत्ति में 𝟏𝟕.𝟑% हिस्सा था. जो , 𝟐𝟎𝟐𝟐 में घटकर सिर्फ 𝟗% ही रह गया है और तो और कुल संपत्ति का लगभग 𝟖𝟗% हिस्सा सबसे कम आबादी वाले वर्गों के पास है. आबादी में सबसे ज्यादा होने वाले 𝟖𝟓% ओबीसी , एससी और एसटी  के पास बाक़ी बचा हिस्सा है। इससे पता चलता है कि हमारे देश में सामाजिक-आर्थिक असमानता की जड़ें कितनी गहरी हैं

उन्होंने बताया कि सरकार की गलत नीतियों के चलते छोटे और मध्यम आकार के व्यवसाय लगातार घटते जा रहे हैं. कृषि घाटे का सौदा होता जा रहा है जिसके कारण किसान बर्बाद होते जा रहे हैं.

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