Lewana Hotel Fire: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने की पीड़ितों से मुलाक़ात, निष्पक्ष जाँच का दिया आश्वासन !

सोमवार को लखनऊ में लेवाना होटल में हुए बड़े अग्निकांड के बाद अब प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गया हैं। LDA के अधिकारी होटल के ...

सोमवार को लखनऊ में लेवाना होटल में हुए बड़े अग्निकांड के बाद अब प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गया हैं। LDA के अधिकारी होटल के दस्तावेजों की जाँच कर रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारीयों को मामले की जाँच के आदेश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सिविल अस्पताल जाकर पीड़ितों से मुलकात की।

उपमुख्यमंत्री ने सिविल अस्पताल में पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद कहा की इस अग्निकांड मामले की निष्पक्षता से जाँच की जाएगी। इसमें जो भी दोषी पाए जायेंगे उन पर शख्त कार्यवाही भी जाएगी। उन्होंने मृतकों के परिजनों से बात के सवाल पर कहा कि होटल डायरेक्टरी से उनका नंबर निकाल कर उनसे संपर्क करने की बात कही हैं।

गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर को जाँच के आदेश दिए हैं। अब सयुक्त रूप से अब दोनों अफसर इस मामले की जाँच करेंगे। अब राहुल अग्रवाल व रोहित अग्रवाल के सभी होटल की जाँच होगी। लेवाना होटल में हुए इस अग्निकांड के बाद प्रशासन को जाँच के शख्त आदेश दिए गए हैं।

दरअसल लेवाना होटल में सोमवार सुबह राजधानी लखनऊ के लेवाना होटल में भीषण आग लग गई। जिसके बाद वहां पर अफरा तफरी का माहौल हो गया. आग लगनें के बाद उंची उंची लपटे उठनें लगी। जिसके बाद कई लोगों के होटल में फसे होने की उम्मीद लगाई गयी। और जिसके बाद लगातार बचावकार्य जारी हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली हैं कि 9 लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं, वहीं 2 लोगों की मौत की खबर सामने आयी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर संज्ञान लिया और आग से झुलसे लोगों को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए हैं।

आग किन कारणों से लगी है इसका पता अभी नहीं लगाया जा सका है. हालांकि मौजूद लोगों का कहना है कि ये आग लापरावाही का कारण हो सकता है। होटल के आस पास रिहायशी इलाके हैं जिससे आग के फैलने का खतरा काफी ज्यादे है। आपको बता दें कि सीढ़ीयों की मदद से लोगों को निकाला जा रहा है, आपातकालीन गेट मौके पर नहीं खुला जिसके कारण रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आ रहीं हैं। हालांकि की राहत बात ये है कि ये होटल रिहायशी इलाके में था जिसके कारण राहत और बचान कार्य में कोई खास दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा है।

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