
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि 2024 से पहले मौजूदा सरकार के लिए एक “विकल्प” बनाने की कवायद चल रही है और विपक्षी नेता इस दिशा में काम कर रहे हैं. सोमवार को उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए दावा किया कि ऐसा करना समय की मांग है क्योंकि महंगाई अपने चरम पर है, बेरोजगारी बढ़ रही है और बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा सभी भारतीयों को दिए गए अधिकार छीने जा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा, “2024 के लिए एक विकल्प बनाने के लिए सतत कोशिश चल रहा है. नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और केसीआर इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के चरम पर है, ऐसे में एक विकल्प की जरूरत है.”
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष ने अपने बयान में आगे सवाल किया, “उत्तर प्रदेश के लोगों को धोखा दिया गया है. उत्तर प्रदेश को समृद्धि और विकास की राह पर होना चाहिए था. लेकिन अभी प्रदेश कहां जा रहा है?” किसानों का धान नहीं खरीदा गया, हजारों करोड़ की सड़क पर जानवर घूम रहे हैं.”
सपा सुप्रीमो ने कहा कि इन सभी सवालों के जवाब बीजेपी को देने होंगे. आज जीएसटी छापों से व्यापारी परेशान है. बीजेपी के लोग पहले जीएसटी लगाते हैं, फिर छापे डालते हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में जनता ने नकारात्मक राजनीति को खत्म किया है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया और कहा कि “पांच साल बाद आपको एहसास हुआ कि आपको निवेशकों को बुलाने की जरूरत है? पिछले पांच सालों में आपने क्या किया?”








