संविधान दिवस के दिन लखनऊ में माँ वैष्णो देवी लॉ कॉलेज में छात्रों को सम्बोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व आईएएस अधिकारी ए. के. शर्मा ने कहा कि 2015 में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने विधि दिवस को न्याय दिवस के रूप में मनाने का फ़ैसला किया। भारत का संविधान बेहद ही विशेष है, संविधान ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष रहे भीमराव आंबेडकर को नमन करता हूँ।
उन्होंने कहा कि हमारे वेदों में मानव धर्म का पालन करना, दूसरों की मदद करना वर्णित है। हमें दूसरों की मदद करना चाहिए, यही वास्तविक मानवीय मूल्य है। अगर हम सब अपना कर्तव्य पूरा करते हैं तभी रामराज्य की परिकल्पना को पूरा किया जा सकता है। मानव कर्तव्यों को हमारे संविधान में जोड़कर बेहद ही सराहनीय कार्य किया गया क्योंकि हमें हमारी जिम्मेदारियों का एहसास होना बेहद ही जरूरी है।
प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संविधान सबको समानता का अधिकार देता है। स्वच्छता को भी फंडामेंटल ड्यूटी के तौर पर ही समझना चाहिए। संविधान की मूल भावना यही है कि नागरिकों को अपने देश के सभी नागरिकों को उनका अधिकार दिलाने के लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। कानून के छात्रों को अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि बिना लॉजिक के कुछ नहीं होता। हम अपने क्षेत्रों में जो भी करें उसे सर्वश्रेष्ठ तौर पर करें, यही हमारा मानवीय कर्तव्य है। यहां उपस्थित समस्त लोगों को विशेषकर छात्रों को संविधान दिवस की बधाई देता हूँ।
गुजरात में मुख्यमंत्री कार्यालय में “स्वागत” के नाम से 2003 में हमने एक डिजिटल पोर्टल शुरू किया जिसको यूनाइटेड नेशंस से अवार्ड मिला। उसे मैंने ही डिज़ाइन किया था ताकि आमजन के बिन आये उनके समस्याओं का निराकरण हो सके। वह आज भी गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्य कर रहा है और उससे प्रेरणा लेकर कई राज्यों ने अपने यहां भी ऐसे ही पोर्टल विकसित किये हैं। समाज के लिए हम कैसे उपयोगी हो सकें, इसपर मंथन करने की जरूरत है। आज ही के दिन 26/11 हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों एवं लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।