
लखनऊ में आयोजित युवा संसद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को संबोधित किया और उन्हें लोकतंत्र की नींव रखने वाले तीन महत्वपूर्ण स्तंभों के बारे में बताया।
युवाओं का हृदय से स्वागत
मुख्यमंत्री योगी ने युवा संसद में उपस्थित सभी युवाओं का स्वागत करते हुए कहा, “युवाओं से संवाद करना मेरे लिए सम्मान की बात है।”
लोकतंत्र के तीन स्तंभ
योगी ने लोकतंत्र के तीन स्तंभों की महत्वता को समझाते हुए कहा, “कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका, ये तीनों एक-दूसरे के पूरक हैं और लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी हैं।”
अपराध रोकने का कार्य पुलिस करती है
सीएम योगी ने आगे कहा, “अपराध को रोकने का काम पुलिस करती है, जबकि प्रशासनिक तंत्र जनता की सेवा में लगा है। इन तीनों स्तंभों का काम एक-दूसरे को सहयोग देना है।”
न्यायपालिका की भूमिका
सीएम ने बताया, “अगर कुछ गलत हो रहा है तो न्यायपालिका इसे देखती है। ये तीन स्तंभ एक-दूसरे के विरोधी नहीं, बल्कि पूरक हैं।”
विकसित भारत की परिकल्पना
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य एक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करना है, और इसके लिए पंच प्रण एक मजबूत आधार बनेगा।”
युवाओं की भूमिका पर जोर
योगी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, “युवा संसद युवाओं की भूमिका का रेखांकन है, और यह संसद और विधानसभा में होने वाली चर्चाओं से बहुत ही महत्वपूर्ण है।”
हमारा विचार हमारी पहचान है
सीएम योगी ने अंत में कहा, “हमारा विचार हमारी पृष्ठभूमि और व्यवहार को दर्शाता है, जो हमें दिशा देता है।”