मानसून सीजन में देश के कई राज्यों में कम बारिश हो रही है। इस वजह से खरीफ सीजन की खेती प्रभावित हुई है। जिसे देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। कम बारिश और कहीं-कहीं सूखे जैसे हालात के चलते हुए फसलों के नुकसान की भरपाई योगी आदित्यनाथ सरकार करेगी। इस संबंध में योगी सरकार ने किसानों के हितों और उन्हें सूखे से राहत देते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
सूखे के स्थिति के सर्वेक्षण के लिए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सभी 75 जिलों में 75 टीमें तैनात की है। जो एक हफ्ते के अंदर सीएम योगी के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुति करेंगी। वहीं सीएम योगी ने कहा कि सूखे के स्थिति के सर्वेक्षण के लिए अगर किसी अधिकारी ने लापरवाही बरती या देर से रिपोर्ट दी तो उसकी जवाबदेह खुद होंगे।
बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश के 62 जिलों में औसत से कम बारिश हुई है। जिसके चलते हुए सीएम योगी ने किसानो को राहत देते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा सूखे से प्रभावित जिलों में लगान भी स्थगित रहेंगे। ट्यूबवेल के बिजली बिलों की वसूली भी स्थगित रहेगी। ट्यूबवेल कनेक्शन भी न काटने के निर्देश दिए गए। दलहन,तिलहन,सब्जी के बीज उपलब्ध कराने के निर्देश। सिंचाई विभाग नहरों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करे।