
Lucknow protest: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद सोमवार को सूबे की मुखिया पर बिफर गए। चंद्रशेखर ने प्रदेश में बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और पिछड़ों के साथ हो रहे अत्याचार और दमनकारी कार्यों को मुद्दा बनाया। नगीना सांसद ने कहा कि “जब मैं बिहार से लखनऊ जा रहा था तब उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुझे रोक दिया। मेरे कार्यकर्ता जो जगह-जगह से आ रहे थे उन्हें टोल से लेकर पुलिस चौकियों में रिटेन कर दिया गया या फिर हाउस अरेस्ट कर दिया गया। पूरी ताकत हमें रोकने में लगा दी गई। इससे एक बात तो साफ हो चुकी है कि उत्तर प्रदेश सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं रखती और लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रही है”।
सरकार के खिलाफ रहेगा संघर्ष जारी
चंद्रशेखर आजाद का कहना था कि सरकार जो लोगों के घरों पर बुलडोजर चला रही बारातों पर हमले हो रहे, महिलाओं पर हिंसा हो रही और छात्रों की परेशानियों के निवारण पर ध्यान देगी तो ज्यादा अच्छा होता, यूपी में कुछ परेशानियां कम होतीं। उन कार्यकर्ताओं का धन्यवाद जो तमाम बाधाओं को लांघकर लखनऊ आए।