…मालकिन घर पर अकेली रहेंगी…मार देना जिससे पोल न खुले…हत्यारों ने क्या कहा?

घटना के दिन अखिलेश अपने साथी रंजीत को लेकर पहुंचा था और उसने महिला से रंजीत को मिलवाया रंजीत ने मृतका के पैर छुए।

लखनऊ रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देवेंद्र की पत्नी की हत्यारों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पूछताछ में पता चला कि अखिलेश को टीवी के बीमारी थी। जिसके चलते उसने कई लोगो से इलाज के लिए पैसा लिया हुआ था। कर्ज से परेशान था। इसलिए उसने इस घटना की साजिश रची। उसने अपने भाई रवि के साथ मिलकर प्लान बनाया। अपने दोस्त रंजीत को मोटी रकम का लालच दे शामिल किया। रवि ने भाई अखिलेश से कहा था की घटना के दिन मैं साहब देवेंद्रनाथ को गोल्फ क्लब जब लेकर सुबह जाऊंगा उस वक्त मालकिन अकेले घर पर रहती है। उसी समय घटना को अंजाम देना और मालकिन को मार देना ताकि पकड़े न जाओ।

गला घोंटने के बाद पेचकस से किए कई वार

घटना के दिन अखिलेश अपने साथी रंजीत को लेकर पहुंचा था और उसने महिला से रंजीत को मिलवाया रंजीत ने मृतका के पैर छुए। जिसके बाद प्लानिंग के तहत दुपट्टे से गला घोटकर हत्या कर दी। बाद में पेचकस से सिर पर कई वार भी किए। हत्या के बाद घर में अलमारी में रखे जेवरात और नकदी बैग में भरकर फरार हो गए।

रंजीत ने उतार दिया था हेलमेट

सीसीटीवी में दिख रही नीली स्कूल रंजीत की थी जिससे ये लोग घटना के बाद भागे। सीसीटीवी में अखिलेश हेलमेट लगाए स्कूटी चलाते हुआ और रंजीत पीछे हेलमेट उतारे हुए कैद हुआ था। जो पुलिस के लिए बड़ा क्लू था। इन्ही फुटेज के सहारे पुलिस इस वारदात का राजफाश कर पाई।

मुठभेड़ में एक आरोपी को लगी गोली

घटना के खुलासा करने के लिए कई टीम इसमें लगाई गई थी। शक के आधार पर अखिलेश और रवि से पूछताछ की गई तो इन्होंने ने कुबूल कर लिया। आज अखिलेश को लूटे गए जेवरात और सीसीटीवी की डीवीआर की बरामदगी के लिए पुलिस लेकर गई थी उस जगह जहा इन्होंने घटना के बाद जेवरात से भरा बैग छुपाया था। बैग में असलहा भी था जिसे अखिलेश ने निकालकर पुलिस पर फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में अखिलेश को पैर में गोली लगी। इसने दो पुलिसकर्मी इंस्पेक्टर और एक सिपाही घायल हुए है।

आरोपियों के पास से मिला खजाना

जेसीपी क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि आरोपियों से एक करोड़ कीमत के जेवर और फारेन करेंसी भी बड़ी मात्रा में बरामद हुई है। जिस नीली स्कूटी का इस्तेमाल किया गया वो भी बरामद की गई है। पूरी वारदात में घर के अन्य सदस्यों और नौकरों की कोई अभी तक सहभागिता नहीं मिली है। जांच अभी जारी है।

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