
राजधानी लखनऊ में अक्सर भीषण जाम लग जाता है. आज तक प्रदेश की राजधानी में जाम की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सका है. शनिवार को भी राजधानी लखनऊ में सीसीएस एयरपोर्ट के पास भीषण जाम लगा. हैरानी की बात ये रही कि इस जाम में खुद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक फंस गए.
शनिवार को लखनऊ से कानपुर के रास्ते में घंटों भीषण जाम लगा रहा. इस ट्रैफिक जाम में जनता परेशान होती रही. हालांकि लोगों के लिए ये कोई नई बात नहीं थी. राजधानी का हाल ये है कि इस तरह के भीषण जाम अक्सर लगते रहते हैं. प्रदेश के डिप्टी सीएम जब इस जाम में फंसे तो वो भी परेशान हो उठे और अपनी गाड़ी से बाहर निकलकर कुछ दूर पैदल चलने के बाद जैसे-तैसे रास्ता पार किया.
हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है जब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक इस तरह के भीषण जाम में फंसे हो. इससे पहले इसी साल जनवरी के महीने में एमएलसी चुनाव के दौरान वो कानपुर में जाम में फंसे थे. उस दौरान उन्हें एक जुलुस से शामिल होना था लेकिन भीषण जाम के कारण वो जुलुस स्थल तक नहीं पहुंच सके और उन्हें बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा था.
बहरहाल, काफी लंबी दुरी तक लगे इस भयंकर जाम में तमाम एम्बुलेंस, बच्चे, बुजुर्ग और लखनऊ की तमाम जनता फंसी रही. जाम खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट गए. आमतौर पर ये जाम पुलिस के ही ढुलमुल रवैये के कारण लगते हैं. ट्रैफिक जाम को लेकर लखनऊ पुलिस का ढीला रवैया अक्सर देखा गया है. शायद यही वजह है कि आम से लेकर खास तक सभी ट्रैफिक जाम से परेशान हैं लेकिन ट्रैफिक पुलिस के रवैए में कोई बदलाव नजर नहीं आता.









