Desk : उद्घाटन के बाद से ही लुलु मॉल विवादों के घेरे में है. 11 जुलाई को देश के सबसे बड़े मॉल का उद्घाटन सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. उसके बाद बुधवार को लुलु मॉल विवाद के घेरे में आ गया. तब से उठा विवाद थमने का नाम नही ले रहा है. दरअसल बुधवार को कुछ लोगों को मॉल के भीतर नमाज पढ़ते एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ. अब आज गोमतीनगर के 1090 चौराहे पर करणी सेना के कुछ समर्थकों को हिरासत में लिया गया जो कि गाड़ीयों पर बॉयकॉट लुलु माल का पोस्टर लगाकर घूम रहे थे.
साथ ही आज लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने दोपहर में लुलु माल पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. मॉल परिसर में अंदर और बाहर की सुरक्षा व्यवस्था को जांचा. साथ ही माल प्रशासन की तरफ से की गई व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया. कमिश्नर डीके ठाकुर ने विवाद के बाद से यहां पर तैनात अधिकारियों से माहौल का फीडबैक भी लिया.
प्रशासन लगाताकर मामले पर नजर बनाए हुए है और विवाद की जड़ तक पहुंचने मे लगा है. जिसके बाद से आज फिर विवाद में नया मोड़ सामने आया है. दरअसल वायरल वीडियो में गलत दिशा में नमाज पढ़ने का दावा किया जा रहा है. ये दावा सीसीटीवी की फुटेज देखने के बाद किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि नमाज कुल 18 सेकेंड में मुकम्मल होने की बात कही गई है. साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि दो लोगों ने नमाज पढ़ने का वीडियो बनाया था. ऐसा माना जा रहा है कि माहौल खराब करने की योजना के तहत ये वीडियो बनाया गया था और वायरल किया गया था. पुलिस को आशंका है कि यहां पर आपसी सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने के तहत नमाज पढ़ी गई थी. अब इसकी जांच की जा रही है.
गौर हो कि बुधवार को लुलु मॉल में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे देखा गया था कि कुछ लोग नमाज पढ़ते दिख रहे है. जिसके बाद से हिंदू महासभा के लोगों ने इसपर आपत्ति जताई थी जिसके बाद से विवाद बढ़ता गया. अब पुलिस महकमा इसको लेकर बेहद सख्त है और लगातार जांच कर मामले की सच्चाई जानने मे लगा है.