महाकुंभ 2025: रेलवे ने चलाई 14,000 से अधिक ट्रेनें, 15 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे प्रयागराज

भारतीय रेलवे की इस अभूतपूर्व व्यवस्था ने महाकुंभ 2025 को सुगम और व्यवस्थित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है

🚆 भारतीय रेलवे ने महाकुंभ 2025 में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए रिकॉर्ड 14,000 से अधिक ट्रेनें चलाईं, जिससे 12-15 करोड़ श्रद्धालु रेलवे के माध्यम से प्रयागराज पहुंचे।

📊 महत्वपूर्ण आंकड़े:
✅ महाकुंभ क्षेत्र में 3.6 करोड़ श्रद्धालुओं ने रेलवे सेवाओं का उपयोग किया।
✅ 92% ट्रेनें मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, पैसेंजर और MEMU सेवाएं थीं।
✅ 472 राजधानी और 282 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन।

यात्रा का बड़ा नेटवर्क

📍 राज्यवार ट्रेन संचालन:
🔹 उत्तर प्रदेश: 6,436 ट्रेनें
🔹 दिल्ली: 1,343 ट्रेनें
🔹 बिहार: 1,197 ट्रेनें
🔹 महाराष्ट्र: 740 ट्रेनें
🔹 पश्चिम बंगाल: 560 ट्रेनें
🔹 मध्य प्रदेश: 400 ट्रेनें
🔹 गुजरात: 310 ट्रेनें
🔹 राजस्थान: 250 ट्रेनें
🔹 असम: 180 ट्रेनें

प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशन और उनकी भूमिका

🏟️ प्रयागराज जंक्शन: 5,332 ट्रेनें
🏟️ सुबेदारगंज: 4,313 ट्रेनें
🏟️ नैनी: 2,017 ट्रेनें
🏟️ छीओकी: 1,993 ट्रेनें
🏟️ प्रयाग जंक्शन: 1,326 ट्रेनें
🏟️ झूसी: 1,207 ट्रेनें
🏟️ फाफामऊ: 1,010 ट्रेनें
🏟️ प्रयागराज-रामबाग: 764 ट्रेनें
🏟️ प्रयागराज-संगम: 515 ट्रेनें

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की सक्रियता

🚆 रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे बोर्ड के वार रूम का निरीक्षण किया और प्रयागराज से संचालित हो रही ट्रेनों की विस्तृत जानकारी ली।
📢 उन्होंने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार को तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए आवश्यक सभी कदम उठाने के निर्देश दिए।

📌 भारतीय रेलवे की इस अभूतपूर्व व्यवस्था ने महाकुंभ 2025 को सुगम और व्यवस्थित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 🙏🚆

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