
वाराणसी। प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लगातार आस्थावानों की संख्या बढ़ती जा रही है। माघ पूर्णिमा पर संगम के स्नान के लिए लिए भी भारी भीड़ उमड़ रही है। वही महाकुंभ के पलट प्रवाह से अयोध्या और काशी में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है। वाराणसी में मंगलवार को भीड़ ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। माघ पूर्णिमा से पहले बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग पर भीड़ इस कदर की देखने वाले हैरान हैं। वही भीड़ को देखते हुए वाराणसी के शीतला घाट पर होने वाली मां गंगा की भव्य आरती को स्थगित कर दिया गया। वही दशाश्वमेध घाट पर विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती को केवल संकेतित रूप में एक अर्चक के द्वारा करवाया गया। इसके बाद भी गंगा तट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा रहा।


महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों में भारी भीड़, खड़े होने की नहीं मिल रही जगह
वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के पलट प्रवाह से श्रद्धालुओं की भीड़ इस कदर की महाकुंभ स्पेशल ट्रेन सहित कई ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है। ऐसा नजारा महाकुंभ स्पेशल ट्रेन के साथ बिहार, झारखंड और बंगाल के साथ पंजाब व राजस्थान जाने वाली ट्रेनों में देखने को मिल रहा है। वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ की वजह से ट्रेनों में चढ़ने को लेकर यात्रियों में धक्का मुक्की हो रही है, तो वही जीआरपी, RPF के साथ अतिरिक्त फोर्स के जवान लगातार यात्रियों को सहूलियत के साथ ट्रेन में चढ़ने और उतारने की कवायत में लगे हुए है।


शहर के मुख्य चौराहे पर लगा चप्पलों का अंबार, मंदिर के बाहर करीब 7 किलोमीटर तक की लंबी कतार
वाराणसी में बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आतुर श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है। भीड़ इस कदर बढ़ती जा रही है, कि श्रद्धालु अपने चप्पल -जूतों को शहर के मुख्य गोदौलिया चौराहे पर ही छोड़कर मंदिर जाने के लिए मजबूर है। श्रद्धालुओं के छोड़ गए चप्पल और जूते के अंबार का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सभी गेट पर रही। अनुमान के अनुसार सभी गेट को मिलकर बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में दर्शन के लिए करीब 7 किलोमीटर लंबी कतार लगी रही। ऐसे में श्रद्धालुओं को बाबा का दर्शन पाने के लिए करीब 5 से 6 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि वाराणसी शहर में माघ पूर्णिमा को गंगा स्नान और संत रविदास के जयंती के लिए लिए लाखो श्रद्धालु लगातार पहुंच रहे है।