
Mahakumbh: महाकुंभ में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है, लेकिन इस बार महाकुंभ नगर में कुछ खास और विवादित घटनाएं देखने को मिल रही हैं। आज तक 30.94 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया है, जबकि अब तक कुल 55.56 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ के दौरान स्नान कर चुके हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संगम में करेंगी स्नान!
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज महाकुंभ के पवित्र जल में डुबकी लगाने का ऐलान किया है, जिसे लेकर उनके समर्थकों में उत्साह का माहौल है। वहीं, कुछ विपक्षी नेताओं ने इस पर सवाल उठाए हैं कि क्या ये धार्मिक आयोजनों का राजनीतिकरण नहीं है।
मंत्री जीतन राम मांझी का संगम में स्नान
राज्य मंत्री जीतन राम मांझी भी आज संगम में स्नान करने के लिए पहुंचे हैं, लेकिन उनके स्नान के दौरान भारी भीड़ और जाम की स्थिति बन गई है, जिससे कुछ श्रद्धालु परेशान दिखे।
गिरिराज सिंह का त्रिवेणी संगम में स्नान
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी त्रिवेणी संगम में स्नान किया। इस दौरान भारी अफरातफरी देखने को मिली, जहां श्रद्धालु एक-दूसरे से आगे बढ़ने की होड़ में थे। सोशल मीडिया पर इस स्थिति को लेकर गहमागहमी बनी हुई है।
अन्य प्रमुख नेता और मंत्री स्नान करेंगे
- श्रीकांत शिंदे और तेजस्वी सूर्या ने भी संगम में स्नान करने का ऐलान किया है, लेकिन उनके स्नान के बाद भीड़ में गड़बड़ी की खबरें आई हैं।
- असम गवर्नर लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और मॉरीशस के मंत्री महेंद्र गुगा प्रसाद भी आज संगम में स्नान करेंगे, लेकिन ये निर्णय न केवल श्रद्धालुओं, बल्कि सुरक्षा बलों के लिए भी चुनौतीपूर्ण बन गया है।
- सांसद विनोद चावड़ा और सांसद गणेश सिंह ने भी महाकुंभ में स्नान किया।
- महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने भी स्नान किया, और साथ ही उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की मांग की।
30.94 लाख लोग स्नान कर चुके हैं, लेकिन क्या पानी की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है?
कुंभ मेला क्षेत्र में स्नान करने आए श्रद्धालुओं की संख्या हर दिन बढ़ रही है, लेकिन एनजीटी की हालिया रिपोर्ट में गंगा और यमुना के पानी की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है। इसमें कहा गया है कि पानी में बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक तत्व हैं, जो स्नान के लिए सुरक्षित नहीं हैं। इस पर कुछ नेताओं ने चिंता जताई है, जबकि अन्य लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं।
कुंभ में श्रद्धालुओं का उल्लास
महाकुंभ नगर में एक तरफ लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जल की गुणवत्ता, भीड़ की समस्या ने माहौल को कुछ हद तक विवादित बना दिया है। क्या कुंभ में श्रद्धालुओं का उल्लास किसी संकट में तब्दील हो सकता है? यह सवाल महाकुंभ के आयोजन के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभर रहा है..