
महाकुंभ नगर में समापन के दौरान एक अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस दुर्लभ घटना में बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि ग्रह एक साथ आकाश में दिखाई देंगे। साथ ही शनि के साथ यूरेनस और नेपच्यून भी नजर आएंगे।
ये सभी ग्रह सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले स्पष्ट रूप से देखे जा सकेंगे। महाकुंभ के इस पवित्र अवसर पर आकाशीय नजारे को देखने के लिए श्रद्धालु और खगोल प्रेमी खास उत्साहित हैं। यह घटना धार्मिक और खगोलीय दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
दुर्लभ खगोलीय घटना का अगला अवसर
खगोलविदों के अनुसार, अगस्त 2025 के मध्य में सुबह के आकाश में छह ग्रहों के दिखने का एक और दुर्लभ अवसर मिलेगा। यूरेनस और नेपच्यून को नंगी आंखों से देखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन अच्छी परिस्थितियों और उपकरणों के माध्यम से इन्हें देखा जा सकेगा।
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में प्रयागराज में और हर चार साल में हरिद्वार, उज्जैन तथा नासिक में होता है। यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, जो मानते हैं कि इस अवधि के दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।









