
Mahakumbh: महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच प्रयागराज की अनामिका शर्मा ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। 8 जनवरी को बैंकॉक के आसमान में 13,000 फीट की ऊंचाई से महाकुंभ का आधिकारिक झंडा लहराकर अनामिका ने इस महान आयोजन को दुनिया भर में प्रचारित किया। यह छलांग महाकुंभ के लिए एक आकाशीय निमंत्रण के रूप में सामने आई है, जिसे देखकर प्रयागराज और विश्वभर में बसे भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है।
मैं गर्व से कहती हूं कि मैं भारत की बेटी हूं
अनामिका शर्मा ने महाकुंभ के दिव्य और भव्य झंडे के साथ जब छलांग लगाई, तो इस पल ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महाकुंभ की सफलता के लिए किए गए प्रयासों को और भी मजबूत किया। अनामिका ने कहा, “हमारी परंपरा रही है कि जब भी विश्व कल्याण के लिए कोई आयोजन होता है, भारत के सभी प्राणी अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हैं। मैं गर्व से कहती हूं कि मैं भारत की बेटी हूं।”
भारत में ऐसी सुविधाओं का अभाव
यह अनामिका का पहला आकाशीय साहसिक प्रदर्शन नहीं है। इससे पहले, 22 जनवरी 2024 को उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के समय “जय श्रीराम” ध्वज के साथ भी 13,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी। इन उच्च-ऊंचाई छलांगों के लिए अनामिका को रूस, दुबई और बैंकॉक जैसी जगहों पर यात्रा करनी पड़ती है, क्योंकि भारत में ऐसी सुविधाओं का अभाव है।
‘सर्वे भवंतु सुखिन’ का संदेश व्याप्त
महाकुंभ 2025 को अनामिका ने मानव कल्याण के सबसे बड़े आयोजन के रूप में देखा। उन्होंने कहा, “यह आयोजन भारत की शास्त्रार्थ परंपरा का बृहद रूप है। ऋषियों और मुनियों के संगम से समग्र परिवेश दिव्य हो जाता है। यहां के कण-कण में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘सर्वे भवंतु सुखिन’ का संदेश व्याप्त है।”
अद्वितीय प्रदर्शन के लिए पूरी तरह तैयार
अनामिका की आगामी योजना महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में 8 मार्च 2025 तक गंगा-जमुना-सरस्वती के संगम में पानी पर लैंडिंग करने का प्रदर्शन करने की है। वह एक प्रशिक्षित स्कूबा डाइवर भी हैं और इस अद्वितीय प्रदर्शन के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
महाकुंभ 2025 तैयारियों को दी नई ऊंचाई
अनामिका शर्मा के इस साहसिक कदम ने न केवल महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियों को नई ऊंचाई दी है, बल्कि भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी निष्ठा का भी अद्वितीय प्रमाण प्रस्तुत किया है।









